बड़े भई जय प्रकाश मिश्रा ने बताया कि घटना के बारे में सूचना देने के लिये जम्मू-कश्मीर से सेना से फोन आया था। मिश्र वहीं थल सेना के 872 लाइट रेजिमेंट में हवालदार के पद पर तैनात थे। फोन बच्चों ने उठाया और उधर ये इस दुखद घटना की जानकारी दी गयी। हालांकि यह जानकारी नहीं दी गयी उनकी शहादत किन परिस्थितियों में और कैसे हुई। पिता की शहादत की सूचना के बाद बेटा और बेटी दोनें सदमे में हैं, जबकि शहीद की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
बता दें कि बलिया जिले के बसंतपुर के मिश्रपुरा निवासी स्व. जवाहर मिश्र के पुत्र सत्यदेव मिश्रा (47) थल सेना के 872 लाइट रेजिमेंट में हवलदार के पद पर राजोरी में तैनात थे। शहीद के बड़े भाई सुबेदार जय प्रकाश मिश्र सेना से अवकाश लेकर घर पर ही रहते हैं। शहीद अपने पीछे पत्नी शशिकला, बेटी भाग्यलक्ष्मी (17) और बेटा आदित्य (16) है। परिवार बलिया जिले के बहादुरपुर मुहल्ले में रहता है।
By Amit Kumar