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दरअसल, बड़े-बड़े दावे करने वाले बलिया जनपद के कई महाविद्यालयों का तस्वीर सुरक्षा को लेकर कुछ उलट है। वहां आज तक सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, अगर महाविद्यालयों में बाहरी अराजक तत्वों का प्रवेश हो तो विश्वविद्यालय के लोगों को पता नहीं चलेगा। वहीं कई महाविद्यालयों के तो चहारदीवारी तक नहीं है जिससे आसानी से कोई भी कहीं से आ सकता है।
दरअसल, बड़े-बड़े दावे करने वाले बलिया जनपद के कई महाविद्यालयों का तस्वीर सुरक्षा को लेकर कुछ उलट है। वहां आज तक सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, अगर महाविद्यालयों में बाहरी अराजक तत्वों का प्रवेश हो तो विश्वविद्यालय के लोगों को पता नहीं चलेगा। वहीं कई महाविद्यालयों के तो चहारदीवारी तक नहीं है जिससे आसानी से कोई भी कहीं से आ सकता है।
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जम्मू कश्मीर के उरी हमले में शहीद हुए थे बलिया के लाल, आज भी शहीद बेटे के इंतजार में हैं मां छात्राओं के सुरक्षा के लिए कई कॉलेज निजी मदद स्तर पर सुरक्षा गार्ड रखे गए हैं लेकिन उनका भी हाल कुछ अलग ही है महाविद्यालयों के प्रोफेसर का मानना है छात्राओं की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं छात्राएं अपनी सुरक्षा स्वयं करती हैं जो गार्ड हैं भी वे अपनी सुरक्षा नहीं कर सकते तो छात्राओं की सुरक्षा क्या करेंगे। महाविद्यालयों के प्रोफेसर का कहना है की BHU की घटना के बाद भी कोई अंतर नहीं आया है।
विश्वविद्यालय के कुलपति योगेन्द्र सिंह का कहना है कि छात्राओं के सुरक्षा को लेकर उनके हर पहलु पर विशेष जोर दिया जा रहा है और सभी महाविद्यालयों को CCTV कैमरा लगाने का निर्देश भी दे दिया गया है। कुलपति महोदय के इस बड़े बड़े दावे की हवा इन्ही के महाविद्यालय निकाल रहे हैं शायद कुलपति को इस बात की जानकारी नहीं है या वे इसे जानना नहीं चाहते।
इनपुट- बलिया से अमित की रिपोर्ट