मुठभेड़ में पुलिस और नक्सलियों के बीच जमकर गोलीबारी हुई। साथ ही आईईडी ब्लास्ट भी किया गया है, जिसमें चार जवान शहीद हो गये। पुलिस का दावा है कि इस मुठभेड़ में काफी संख्या में नक्सलियों को भी गोली लगी है।बता दें कि बस्तर में सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है. इससे नक्सली बौखलाए हुए हैं। मंगलवार को बीजापुर में नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें नक्सली हथियार छोड़कर भाग खड़े हुए थे। इसके बाद बीजापुर में बुधवार को भी आईईडी ब्लास्ट किया गया। इसमें दो जवान बुरी तरह घायल हो गए। इसमें से एक की मौत जगदलपुर में इलाज के दौरान हो गई।
पिछले साल छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुआ था नक्सली हमला पिछले साल 11 मार्च 2017 को हमले में 11 जवान शहीद हो गए और तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायल जवानों को इलाज के लिए हेलिकॉप्टर द्वारा रायपुर भेजा गया था। हमले के दौरान जवानों द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में दो नक्सलियों भी मारे गए थे।
यहां हुआ था बड़ा नक्सली हमला
-नक्सलियों ने 11 मार्च 2014 को इसी तरह टाहकवाड़ा में सीआरपीएफ की टीम पर हमला किया था, जिसमें 16 जवान शहीद हो गए थे।
-सितम्बर 2005 में गंगालूर रोड पर एंटी-लैंडमाइन वाहन के ब्लास्ट – 23 जवान शहीद हुए थे।
– जुलाई 2007 में एर्राबोर अंतर्गत उरपलमेटा एम्बुश में 23 सुरक्षाकर्मी मारे गए।
– अगस्त 2007 में तारमेटला में मुठभेड़ में थानेदार सहित 12 जवान शहीद हुए।
– 12 जुलाई, 2009 को जिला राजनांदगांव में एम्बुश में पुलिस अधीक्षक वीके चौबे सहित 29 जवान शहीद हुए। इसी प्रकार नारायणपुर के घौडाई क्षेत्र अंतर्गत कोशलनार में 27 सुरक्षाकर्मी एम्बुश में मारे गए थे।
– 6 अप्रैल 2010 को ताड़मेटला में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए।