किरन की सांस ने बेटे अखिलेश को समझाया कि यदि वह उससे शादी करेगा तो मनोज की तरह ही उसकी भी मौत हो जाएगी। मां की कही बात अखिलेश के मन में घर कर गई। इसके बाद अखिलेश ने किरण से शादी करने से इंकार कर दिया। जिससे क्षुब्ध हो कर किनर ने पंखे के फांसी के फंदे पर झूल गई। किरन की मौत के बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने मायके वालों को सूचना दिए बगैर ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
किरन अपने पीछे दो बच्चों को छोड़ गई
मृतका किरन के पति मनोज से दो बच्चे आठ वर्षीय पुत्र प्रिंस यादव और छह वर्षीय पुत्री निक्की है। दोनों का मां की मौत के बाद से रो-रोकर बुला हाल है। बच्चे समझ नहीं पा रहे उनके साथ क्या हो गया। पहले पिता का साया सर से उठ जाने के बाद अब मां का भी हांथ उनके सर से उठ गया।
छोटी बहन ने मायके वालों को दी सूचना
किरन की मौत के अगले दिन उसी घर में ब्याही उसकी छोटी बहन इन्दू ने शुक्रवार को मायके पहुंच कर पिता सुमेश्वर यादव को घटना की जानकारी दी। घटना की जानकारी होते ही सोमेश्वर यादव ने मामले की सूचना पुलिस को दी और बेटी के ससुराल पहुंच गए। शिकायत मिलते ही क्षेत्राधिकारी बैरिया उमेश कुमार, एसएचओ रेवती राकेश सिंह घटना स्थल पर पहुंचकर मामले में पूछताछ की। इधर बेटी की मौत से आहत सेमेश्वर दोनों बच्चों प्रिंस और निक्की को अपने साथ ले आए।
क्षेत्राधिकारी बैरिया ने कहा कि घटना स्थल का निरीक्षण किया गया है। अभी मृतका के पिता ने रेवती थाना में तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलते ही मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जाएगी।