विधायक ने सपा मुखिया अखिलेश यादव और बसपा मुखिया मायावती के गठबंधन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जहां भावनाएं नहीं मिलती वह गठबंधन होता ही नहीं है। ये दोनों शुद्ध रूप से राजनीति का व्यापार किए है। मायावती की दुकान बंद हो गई थी मायावती ने अपने दुकान को अखिलेश की चाभी से खोल लिया है उसको तो अब टिकट के लिए 10-20 लाख अब मिल जाएगा और अखिलेश को बुआ मिल गई तो उसको भी कोई पूछने वाला मिल गया। ये दो दल नहीं ये तो दो परिवार का मिलन है एक मायावती परिवार और दूसरा मुलायम परिवार। विधायक ने जोर देते हुए कहा कि अबकी बार 2019 की लड़ाई भारत मे बोटी और बोतल बनाम रोटी और लंगोटी होने वाली है। विधायक ने मोदी को रोटी और लंगोटी पार्टी बताते हुए नेहरू परिवार ,मायावती परिवार,मुलायम परिवार और लालू परिवार को बोटी और बोतल की पार्टी कह डाला।
विधायक यही नहीं रुके और कहा कि आपकी बार संसार बनाम परिवार के बीच लड़ाई है। कहा एक ओर ऐसे नेता है जो परिवार को ही संसार मानते है वही एक तरफ ऐसे नेता है जो अपने परिवार को ही संसार मानता है। सुरेंद्र सिंह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव पार्टी के कोष के अपने चाचा को लात मारकर अलग कर दिया,पिता को अलग कर दिया और अपने अध्यक्ष है और उनकी पत्नी कोषाध्यक्ष है।
BY- Amit Kumar