बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह नए एससी/एसटी एक्ट बिल के विरोध में हैं। सुरेन्द्र सिंह ने पत्रिका के बलिया संवाददाता से बातचीत में इसकी पुष्टि भी की। सुरेन्द्र सिंह ने दावा किया है कि देश में 78 प्रतिशत सवर्ण जातियां हैं और अगर उनके साथ नाइंसाफी हुई तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। कहा कि एससी एसटी एक्ट का दुरुपयोग किया जाता है। इस एक्ट के जरिये लोगों को फंसाया जाता है। याद रहे कि सुरेन्द्र सिंह ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इसका स्वागत किया था।
बताते चलें कि कुछ महीने पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी एक्ट में गिरफ्तारी को लेकर एक फैसला दिया था। इसमें कोर्ट ने तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगाने का आदेश दिया था। इसको लेकर दलित संगठन नाराज थे और भारत बंद भी किया था। इस बंद में कई जगह टकराव हुआ और बड़ा बवाल और हंगामा हुआ। इसके बाद से राजनैतिक दल इसे लेकर लगातार सियासत करते रहे।
सियासी नुकसान का आंकलन हर तरफ से हो रहे विरोध के बाद आखिरकार केन्द्र सरकार ने इस फैसले को पलटते हुए एससी एसटी एक्ट बिल पास कर कोर्ट के फैसले को पलट दिया। सरकार के इस कदम के पहले भी दलितों की ओर से बंद का अह्वान किया गया, पर इस बार जिस संगठन ने आह्वान किया उसी ने इसे ठीक पहले वापस भी ले लिया। सरकार के इस बिल का अब सवर्ण विरोध कर रहे हैं।
सुरेन्द्र सिंह लगातार ऐसे बयान देते रहते हैं जिससे वह सुर्खियों में बने रहें। उन्होंने अपनी सरकार को यह धमकी तब दी है जब एक्ट पास हो चुका है। मुसलमानों को लेकर सुरेन्द्र सिंह कई विवादित बयान दे चुके हैं। इसके अलावा यूपी के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर से भी उनकी जुबानी जंग हुई। दोनों ओर से खूब तीर चले।
By Amit Kumar