सांसद वीरेन्द्र सिंह ‘मस्त’ रविवार को विशिष्ठ बीटीसी शिक्षकों की सेवा के सफलतम 10 साल पूरे होने के मौके पर शैक्षिक संवर्धन गोष्ठी व शिक्षक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने हर तरफ चल रही मंदी संकट पर भी चर्चा की। तर्क देते हुए कहा कि मंदी का संकट होता तो खर्च कम होता। शादियों में बारातों में खर्च कहां कम हुआ। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि अगर मंदी होती तो हम लोग कोट, पैंट नहीं खरीदते।
सांसद मस्त ने कहा कि आजकल देश दुनिया में मंदी पर बहस चल रही है। लेकिन अगर मतंदी हो गयी होती तो हम लोग केवल धोती कुर्ता पहनकर आए होते, जैकेट और कोट नहीं। महिलाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये देखिये देवियां कैसे बैठी हैं। हम दुकानों से चादर नहीं खरीदते, कोट और पैंट नहं खरीदते। मंदी होती तो ये कहां से खरीदते। उन्होंने कहा कि फिजुलखर्ची करने वालों को हमेशा मंदी सताती रहेगी।
By Amit Kumar