जिलाधिकारी भवानी सिंह खँगारौत ने बलिया सदर तहसील में वर्ष 1981 से अब तक हुईं सम्पत्तियों के सभी रजिस्ट्री दस्तावेजों की जांच संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन, सहायक महानिरीक्षक स्टांप महेंद्र प्रताप यादव और मुख्य कोषाधिकारी प्रकाश सिंह की टीम से करायी थी, तकरीबन 40 सालों के रजिस्ट्री संबन्धी जानकारी सामने आई तो बड़े हेराफेरी का मामले सामने आया। इसके बाद 13 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
किसके खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा
जिन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें निबंधन कार्यालय में उप निबंधक के रूप में कार्यरत पी सी पांडेय के साथ-साथ चंद्र नाथ ओझा, शिव प्रसाद शुक्ला, दिनेश राय, अरुण श्रीवास्तव, देवेंद्र सिंह, सुनील सिंह, अरविंद शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद, राम अखिलेश यादव, दिनेश चंद्र यादव, योगेंद्र प्रताप सिंह तथा लक्ष्मण चौबे शामिल हैं।
मामले के बाबत पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जांच से स्पष्ट हुआ कि कई दस्तावेजों के पेज पुराने हैं लेकिन स्याही नई है, लिखावट अलग है, जाली हस्ताक्षर किए गए हैं, पृष्ठ पर नाम मिटा कर नया नाम लिखा गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। कहा कि आगे की कार्यवाही की जा रही है आने वाले दिनों में कई अन्य मामलों का खुलासा पूछताछ के जरिये हो सकता है।