बलिया के ज्योतिषाचार्य पं. जयराम तिवारी के अनुसार चातुर्मास से लेकर 4 महीने तक भगवान विष्णु योग निद्रा में रहते हैं। वहीं इन दिनों में गुरू और शुक्र तारा भी अस्त हो जाता है जिसके कारण विवाह, उपनयन संस्कार, गृह प्रवेश, कर्ण भेदन, गृहारम्भ जैसे मांगलिक कार्य पर रोक लग जाता है। उन्होंने बताया कि खरमास शुरू होने से पहले इन छ: दिनों में 2, 8, 10 व 11 जुलाई तक शुभ मुहूर्त है। जिसमें आप अपने मांगलिक कार्य पूर्ण कर सकते हैं। बताया कि 12 जुलाई को भी दिन में मुहूर्त है। जिसके बाद मांगलिक कार्य का मुहूर्त खत्म हो जाएगा।
देव प्रबोधनी एकादशी
4 महीने के बाद 8 नवम्बर को देव प्रबोधिनी एकादशी होगी और 18 नवम्बर से वैवाहिक कार्य शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि 11 जुलाई को शाम प्रदोष काल से भगवान विष्णु की पूजा शुरू हो जाएगी और एकादशी के पूर्णमान तक पूजन जारी रहेगा।