बलिया के किसान के बेटे की मदद को आगे आई गूगल की एक्सपर्ट टीम, पंकज की वेबसाइट को आगे बढ़ाने और उसकी इनकम बढ़ाने को कर रही प्रशिक्षित
बलिया. ऑनलाइन एजुकेशन की अलख जगा रहे बलिया के लाल पंकज के दिमाग के कमाल का गूगल भी कायल हो गया है। पंकज की मेहनत और क्रिएटिविटी ने गूगल को इतना प्रभावित किया है कि खुद गूगल उसकी मदद को आगे आया है। पंकज के ऑनलाइन एजुकेशन कांसेप्ट को गूगल ने न सिर्फ सराहा है, बल्कि उसकी वेबसाइट को और ज्यादा लोगों तक पहुंचाने और आय बढ़ाने के लिये गूगल की टीम मेहनत कर रही है। पंकज की इस उपलब्धि से न सिर्फ उसके किसान पिता बल्कि पूरा जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
बलिया के उभांव थानाक्षेत्र के मलेरा गांव निवासी पंकज मौर्य के पिता रामस्वरूप मौर्य गरीब किसान हैं। पंकज ने बड़े ही संघर्षों का सामना कर शिक्षा हासिल की और अब वह इस शिक्षा को दूसरों के लिये सुलभ और सहज बनाने में जुटा है। कभी स्थिति ऐसी थी कि पंकज के घर जाने के लिये रास्ता तक नहीं था और उसकी पढ़ाई से लोगों को काफी जलन भी होती थी। वजह, पंकज शुरू से ही पढ़ाई के प्रति समर्पित और मेहनती था। बाद में पिता ने भी जब पंकज की मेहनत और उसका रुझान देखा तो उसका भरपूर साथ दिया। इसके बाद तो पंकज के सपनों को जैसे पंख लग गए।
पंकज ने ऑनलाइन एजुकेशन के क्षेत्र में अपनी वेबसाइट बनाकर शुरुआत की तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। धीरे-धीरे पंकज की शोहरत बढ़ी तो खुद गूगल भी उसकी कोशिशों का कायल हो गया। उसके प्रयास को देखते हुए गूगल की ओर से एसईओ टीम ने पंकज से सम्पर्क किया और उसे वेबसाइट को बढ़ाने व अधिक आय अर्जित करने के लिये ट्रेनिंग दी और आगे भी मदद का भरोसा दिया।
पंकज की शुरुआती शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से हुई। चार तक पढ़ने के बाद कक्षा पांच से लेकर आठवीं तक की पढ़ाई पंकज ने एमएमडी पब्लिक स्कूल ससरा बहादुरपुर बल्थरा से सीबीएसई माध्यम से की। पंकज जब 15 साल का था तब से ही उसने घर पर मोबाइल के जरिये इंटरनेट को समझना और उसका बेहतर उपयोग करना सीख लिया। इसके बाद तो कम्प्यूटर और इंटरनेट उसका पैशन बन गया। पंकज के पिता ने उसे घर से स्कूल जाने के लिये बाइक दिला दी। वह बेटे को खेत पर भी नहीं जाने देते थे कि कहीं उसकी पढ़ाई में खलल न पड़े। इसके बाद वह अपनी बुआ के घर गया अऔर वहां से हाईस्कूल की परीक्षा दी, जिसमें उसने टॉप किया। इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी उसने एमएमडी पब्लिक स्कूल ससना बहादुरपुर से टॉप किया। इसके बाद वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीकॉम कर रहा है और साथ ही अपनी वेबसाइट को भी आगे बढ़ाकर लोगों को शिक्षित करने में जुटा है।