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सपा मंत्री बलराम यादव का बड़ा बयान, दंगे की राजनीति करती है भाजपा रतसर गांव की प्रधान समृति सिंह 08 अक्टूबर को आनंद बिहार ट्रेन (भृगु एक्सप्रेस) से दिल्ली जा रही थी। वह अपने बर्थ पर आराम से सो रही थी। ज्ञानपुर आउटर पर अचानक बदमाश उनकी गर्दन दबाने लगे। विरोध करने पर स्मृति सिंह को ट्रेन से बाहर फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गयी। इस बीच, उनका सभी सामान, मोबाइल, 40 हजार नकद व आवश्यक कागजात लेकर बदमाश गायब हो गया। यात्रियों ने किसी तरह चेनपुलिंग कर ट्रेन को रोककर घायल प्रधान को ट्रेन पर बैठाया। यह भी पढ़े- योगी के मंत्री ने बीजेपी सांसद को बताया शराबी, कहा… ट्रेन इलाहाबाद पहुंची तो प्रधान वहीं पर उतर कर जीआरपी को सूचना दी। मामले की जानकारी होते ही उनके परिवार रविवार की रात ही इलाहाबाद निकल गये। घायल प्रधान का इलाज इलाहाबाद में ही हुआ। इलाहाबाद से लौटी प्रधान स्मृति सिंह ने बताया कि ट्रेन में इस तरह की घटनाएं लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही हैं। मुझे काफी चोटे आयी है। मेरे काफी प्रयास के बाद भी बदमाशों ने ना तो मेरा सामान छोड़ा और ना ही मैं सुरक्षित रह पायी। मुझे चलती ट्रेन से फेंक दिया गया। मैंने इसकी सूचना इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर पुलिस को देते हुए इस कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।