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एक सप्ताह के भीतर बलिया जिले के दो बेटे जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गये, आज अंतिम संस्कार

locationबलियाPublished: Sep 23, 2017 08:21:14 am

अभी शहीद बृजेन्द्र बहादुरर सिंह की तेरहवीं भी नहीं बीती थी कि एक और लाल ने सीमा पर अपनी जान गंवा दी

indian army soldier ram pravesh yadav martyr in pakistan fiiring

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बलिया. जम्मू कश्मीर में तैनात बलिया जिले का एक और लाल पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग में शहीद हो गया। बलिया जनपद के उभाव थाना क्षेत्र के टगुनिया गाँव के रहने वाले 32 वर्षीय शहीद राम प्रवेश यादव जम्मू कश्मीर में रामबन जिले के बनिहाल पट्टी सिविर में बतौर सीमा सुरक्षा बल के जवान पद पर तैनात थे। देश की रक्षा करते हुए। पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी में राम प्रवेश को जान गंवानी पड़ी। जिनका अंतिम संस्कार शनिवार को किया जायेगा
जम्मू-श्रीनगर हाईवे के पास जवाहर सुरंग पर हुआ हमला

बतादें कि एसएसबी की 14वीं बटालियन पर आतंकियों ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे के पास जवाहर सुरंग पर जवानों को निशाना बनाकर हमला कर दिया गया। हमले में बलिया का लाल रामप्रवेश यादव शहीद हो गया। साथ ही पांच जवान घायल हो गए थे। शहीद जवान के दो बेटे है। अपने पति के मौत की खबर सुनकर पत्नी की दुनियां ही उजड़ गयी। इसके पहले बलिया का लाल बृजेन्द्र बहादुर सिंह भी जम्मू में शहीद हुआ था। जहाँ एक बलिया के लाल की तेरही भी नहीं हुई थी कि दूसरे लाल की मौत की खबर आ गयी। जिसके बाद इलाके में सन्नाटा पसर गया।
सूचना के बाद परिवार में मचा कोहराम

जैसे ही परिवार के लोगों को इस घटना की सूचना मिली। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। माता पिता और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। जिले के नेहरू जियाउलहक इण्टर कॉलेज से पढ़ने वाले राम प्रवेश इतने होनहार थे कि 11वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान 2006 में ही इनकी नियुक्ति भारतीय सेना के लिए हो गया था। पर किस्मत को शायद यही मंजूर था जो कि देश ने एक वीर जवान को खो दिया।
एक सप्ताह के भीतर जिले के दो लाल शहीद हो गये

जी हां अभी एक सप्ताह भी नहीं बीते थे कि पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा किये गए सीजफायर उल्लंघन में 15 सितंबर को बलिया के ब्रृजेन्द्र सिंह शहीद हो गये थे। महज छह दिन के भीतर ही जिले ने दूसरे लाल को भी राम प्रवेश यादव के रूप में खो दिया।

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