निर्भया के दादा का कहना है कि घटना के बाद गांव में उसके नाम पर अस्पताल बनाने की बात हुई । अस्पताल तो बन गया मगर सालों बाद भी यहां डॉक्टर की तैनाती नहीं हुई । वही धरने की सूचना पर इनकी मांगों की जानकारी लेने पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी बलिया पी के मिश्रा ने इन ग्रामीणों के साथ ही बहस करने लगे और यहां तक कह डाला कि निर्भया की दिल्ली भेजे ही क्यों । इस बहस का एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी बोलते दिखाई दे रहे हैं कि निर्भया दिल्ली क्यों गई। निर्भया के गांव में किसी ने भी डॉक्टर की पढ़ाई तो की नहीं और यहां के लोगों को डॉक्टर चाहिए।
सीएमओ के इस बयान के बाद हंगामा मचा है, डीएम ने इसकी जांच के आदेश दिये हैं । निर्भया के दादा ने धरना के पांचवें दिन एक सप्ताह की मोहलत देते हुए कहा कि अगर सीएमओ बलिया नहीं हटे तो एक सप्ताह बाद आत्मदाह करेंगे । बता दें कि इस अस्पताल में केवल दो फार्मासिस्ट और दो बार्ड ब्यॉय की ड्यूटी है जबकि एक पुरुष डॉक्टर ही नियुक्ति है जो किसी दूसरे अस्पताल से अटैच है।
BY- AMIT KUMAR