नमस्ते ट्रंप और एमपी में सरकार बनाने में जुटी थी मोदी सरकार
ओम प्रकाश राजभर केंद्र सरकार पर जमकर हमलावर हुए। उन्होने कहा कि जब देश में कोरोना महामारी दस्तक दे रही थी उस समय मोदी सरकार गुजरात के अहमदाबाद में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत और मध्य प्रदेश में जोड़ तोड़ से सरकार बनाने में जुटी थी। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को भारत में कोरोना महामारी लेकर आए। अहमदाबाद में ट्रंप का कार्यक्रम हुआ जिसमें हज़ारों लोग आए, लेकिन उनमें से किसी की जांच नहीं की गई। तंज़ करते हुए कहा कि कहा लॉकडाउन लगाने के लिये प्रधानमंत्री महज़ चार दिन का, जबकि थाली बजाने के लिए 10 दिन का समय देते हैं।
तभी बंद कर देते हवाई अड्डे तो बेकाबू नहीं होता कोरोना
ओम प्रकाश राजभर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर समय रहते देश के हवाई अड्डे बंद कर दिए जाते तो देश में कोरोना बेकाबू नहीं होता। उन्होंने कहा है जब 30 जनवरी को जब केरल राज्य में कोरोना का पहला मामला सामने आया था अगर तभी देश के सभी 20 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सील कर दिया गया होता तो शायद कोरोना इतना बेकाबू नहीं होता, जितना आज हो गया है।
राजभर ने नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से दी गई जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि 15 जनवरी से 23 मार्च तक विदेश से 78 लाख लोग भारत आए, लेकिन मेडिकल जांच केवल 26 लाख की ही हुई। जबकि बाकी लोग अब भी बिना जांच के घूम रहे हैं बगैर जांच के घूम रहे हैं और कोरोना फैला रहे हैं।
दूषित पानी पीता है गरीब, इसलिये प्रतिरोधक क्षमता अधिक
ओम प्रकाश राजभर ने इस दौरान एक अजीब ओ गरीब दावा कर दिया। उन्होंने कहा कि कहा कि गरीब व्यक्ति में कोरोना से जूझने की क्षमता अधिक होती है। उसके शरीर में प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती ह, क्योंकि वह दूषित पानी पीता है।
योगी सरकार पर भी साधा निशाना
ओम प्रकाश राजभर के निशाने पर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार भी रही। उन्होंने तंज़ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पास सावन महीने के कांवरियों के लिए शर्बत का का इंतज़ाम करने और उनसे मिलने का समय है, र उनसे मिलने के लिए समय है, कोरोना संकट के चलते लौट रहे कामगारों से मिलने का वक़्त नहीं है।