बतादें कि खराब हो रहे हालात के मद्देनजर वाराणसी जोन के एडीजी बी महापात्रा भी देर शाम यहां पहुंच गए। उन्होंने कमिश्नर, डीआईजी, डीएम औऱ एसपी के साथ हालात पर विचार-विमर्श करने के साथ-साथ उपद्रवग्रस्त इलाकों का भी दौरा किया।
इसी बीच शनिवार को हुई छेड़खानी और रविवार के बवाल में तीन अलग-अलग मुकदमों में 22 नामजद और 200 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दो दर्जन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। सिकंदरपुर चौकी इंचार्ज सरफराज खां को लाइन हाजिर कर दिया गया है। जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने संकेत दिए हैं कि लापरवाही के लिए मंगलवार तक कुछ और अफसरों पर कार्रवाई होगी।
सोमवार शाम चार बजे दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन जुलूस निकल रहा था। इसमें शामिल युवक तलवार, फरसा और चाकू जैसे हथियार लेकर जुलूस में चल रहे थे। जुलूस जब न्यू मार्केट के पास पहुंचा तो इसमें शामिल कुछ लोग हिंसक हो गए और न्यू मार्केट के सोनारपट्टी, डोमनपुर में आधा दर्जन दुकानों में तोड़फोड़ के साथ लूटपाट शुरू कर दी। अचानक हुई घटना से जुलूस के साथ चल रहे अफसर औऱ सुरक्षा बल हक्के-बक्के रह गए। उपद्रवियों को काबू करने में उन्हें में उन्हें आधा घंटा लगा।
इससे पहले सिकंदरपुर में सुरक्षा के लिए तीन कम्पनी पीएसी के अलावा जोन के जिलों से एक एएसपी, चार सीओ, 25 सब इंस्पेक्टर और 150 सिपाही कस्बे में छतों, चौराहों और गलियों में तैनात किए गए हैं।