एडीजी बृजभूषण जब थाने पहुंचे तो वहां की गंदगी और दुर्व्यवस्था देखकर भड़क गए। बिजली के खुले तार और शौचालय की गंदगी देखकर उन्होंने फटकार लगायी। बैरक में जवानों की बाइक देखकर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने आगंतुक रजिस्टर और उसपर कार्यवाही का ब्योरा खंगाला। इंस्पेक्टर साहब के पसीने उस वक्त छूटने लगे जब एडीजी ने उनसे पूर्व में दिये गए प्रार्थना पत्र ढूंढने को कहा। एप्लिकेशन ढूंढने में उनके पसीने छूट गए। जब उन्होंने वहां शिकायत लिखने के लिये तैनात दो महिला सिपाहियों से शिकायत और उसके निस्ताण और पंजीकरण के संबंध में सवाल पूछने शुरू किये तो दोनों के पसीने छूट गए और वो बगलें झांकने लगीं। उन्होंने थानाध्यक्ष और मातहतों को व्यवस्था, साफ-सफाई और शिकायतों के पजीकरण से लेकर उनके निस्तारण तक का डॉक्यूमेंटेशन सही तरीके से करने का निर्देश दिया।
By Amit Kumar