सहतवार थाना क्षेत्र के त्रिकालपुर गांव के रहने वाला ज्ञानप्रकाश घर का अकेला लड़का था। दो साल पहले उसकी शादी हुई थी। मंगलवार की दिन में उसकी मां किसी काम से रिश्तेदारों के घर गई थी। पत्नी भी मायके थे। बगल के लोग बताते हैं कि बुधवार की सुबह तक जब ज्ञानप्रकाश के घर का दरवाजा नहीं खुला तो लोगों को संदेह होने लगा।
सूचना के बाद आस-पास के लोग इकट्ठा हो गये। कई बार आवाजें दी गईं। लेकिन ज्ञानप्रकाश के घर से कोई जवाब नहीं मिला। परेशान लोगों ने घर का दरवाजा तोड़ा। भीतर दाखिल हुए उसका शव पंखे सो लटका हुआ था। पास के लोगों से पूछताछ करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। खबर मिलते ही मां और पत्नी भी घर आ गई। किसी को भी इस बात का आभास नहीं लग पा रहा कि ज्ञानप्रकाश सिंह आत्महत्या करने की वजह आखिर हो क्या सकती है।
पिता हैं रिटायर्ड फौजी परिवार के लोगों ने बताया कि ज्ञानप्रकाश के पिता फौज से रिटायर होने के बाद किसी निजी कंपनी में काम करते हैं। लोग कयास लगा रहे हैं कि परिवार के ही किसी विवाद में युवक ने फांसी लगाकर जान दिया होगा।