अखिलेश यादव से था मनमुटाव
लोकसभा चुनाव में मिली हार और बसपा द्वारा गठबंधन तोड़े जाने के बाद पूर्वांचल की राजनीति में महत्तवपूर्ण स्थान रखने वाले नीरज शेखर का इस्तीफ़ा सपा के लिए बड़ा झटका हुआ है। भले ही नीरज शेखर इस्तीफ़ा देकर आधिकारिक तौर पर सपा से अब अलग हुए हैं पर उनके इस्तीफे की पटकथा लोकसभा चुनावों के दौरान ही लिखी जा चुकी थी। लोकसभा चुनाव के दौरान नीरज शेखर अपनी परंपरागत बलिया संसदीय सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने टिकट की मांग की थी। पार्टी नेतृत्व ने उन्हें आश्वस्त भी किया था, लेकिन आखिरी में उनकी जगह सदानंद पांडेय को बलिया से उम्मीदवार बनाया गया। इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव से उनकी नाराजगी की ख़बरें आने लगी थी। आजमगढ़ से जीतकर आए पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से उनकी एक भी मुलाकात नहीं हुई। यहाँ तक कि संसद परिसर में दोनों के बीच दुआ सलाम भी बंद हो गई थी।