पूर्वाञ्चल में बागिर्यों के जिले के नाम से मशहूर बलिया में अब भाजपा सरकार का विरोध भी तेज होने लगा है। बलिया में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सुभाष यादव ने सरकार लोकतान्त्रिक मूल्यों के प्रति कितनी असंवेदनशील है, ये उसने लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे निहत्थे किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर दिखाया है।
उन्होंने कहा कि विकास का नाम ले कर ये भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। ये लोग केवल लूट घासोट करते हैं, सपा सरकार की योजनाओं को नया नाम देकर अपना बताते हैं। बेरोजगार नौजवानों के साथ धोखा किया है, कहए हैं नौकरी मिलेगी लेकिन जब नौकरी के लिए लखनऊ में जाकर प्रदर्शन करे तो लाठी चार्ज करवाकर भागा देते हैं।
सरकार ने ही प्लान बनाकर कराई किसानों की हत्या, डर बनाने की कोशिश सपा के पूर्व विधायक सुभाष यादव ने कहा कि, लखीमपुर खीरी में जो कांड हुआ वो केंद्रीय मंत्री की सोची समझी रणनीति के तहत हुआ है, सरकार को उसकी जानकारी पहले से थी. किसानों को कुचल देना यह सोची समझी रणनीति थी।
क्योंकि दो दिन पहले से ही केन्द्रीय मंत्री कह रहे थे, “तुम लोग उठ जाओ, नही तो दो घन्टा में समझाना जनता हूँ।“ ये सरकार तानाशाही के बल पर सब कुच्छ मनवाना चाहती है। सरकार और उसके मंत्री लोगों के मन में डर बिठाना चाहते हैं, जिससे लोगों अपने अधिकारों के लिए भी सड़कों पर न निकल सकें।
हिंदुस्तान व संविधान को बचाने के लिए हमारी पार्टी लड़ाई लड़ती रहेगी। हम भाजपा सरकार के गुंडों को ऐसे खुलेआम नहीं घूमने देंगे।