शिवपाल यादव रविवार को बलिया जिले के सहतवार क्षेत्र में बद्री नारायण सिंह के पुण्यतिथि कार्यक्रम में पहुंचे थे । उन्होंने कहा कि उनकी पूरी कोशिश डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, चौधरी चरण सिंह और गांधीवादी लोगों को एकजुट करके पार्टी को मजबूत करने की है । शिवपाल ने कहा कि उन्होंने मुलायम का हमेशा सम्मान किया और उनकी हर बात मानी। मुलायम की बात को तवज्जो नहीं देने के कारण ही सपा में विघटन हुआ। इसी कारण सपा की दोबारा सरकार नहीं बनी, नहीं तो अखिलेश फिर मुख्यमंत्री बनते। उन्होंने बिना नाम लिये अखिलेश यादव पर भी जमकर तंज कसा ।
प्रसपा नेता नीरज सिंह गुड्डू ने भी नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के सीएए के विरोध में जेल जाने वालों को पेंशन देने के बयान को गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि चौधरी को ऐसा बयान बिल्कुल नहीं देना चाहिये। बता दें कि पिछली नवम्बर में मुलायम अपने जन्मदिन पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शरीक हुए थे। इसके अलावा शनिवार को भी उन्होंने एक अन्य कार्यक्रम में अखिलेश के साथ मंच साझा किया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश और शिवपाल के बीच वर्ष 2016 में पार्टी और सत्ता को लेकर हुए संघर्ष के दौरान मुलायम शिवपाल के साथ खड़े नजर आये थे। उसके बाद मुलायम ने लम्बे वक्त तक कई अहम मौकों पर अखिलेश के साथ पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शिरकत नहीं की थी। शिवपाल ने सपा से अलग होकर अक्टूबर 2018 में नयी पार्टी बना ली थी।
शिवपाल ने भविष्य में भाजपा से गठबंधन से इंकार करते हुए दावा किया कि भाजपा की तरफ से तालमेल को लेकर कई बार बातचीत की गयी, लेकिन उन्होंने उससे किसी भी तरह के गठबंधन से इंकार कर दिया था।
By- Amit Kumar