बतादें कि सिकंदरपुर थाना इलाके के इसी गांव में रघुनाथ का भरा-पुरा परिवार गरीबी में भी खुशहाली से जी रहा था। मृतक रघुनाथ का बेटा भरत किसी
काम के लिए दो दिन पहले से ही पिता से पैसे मांग रहा था। जिसे लेकर पिता-पुत्र में लगातार कहासुनी हो रही थी। पिता जहां उसके मनमुताबिक पैसे न होने की बात कर रहा था तो वहीं बेटा पैसे की जरूरत बताकर पिता से विवाद बढ़ाता ही जा रहा था।
आखिरकार गुरूवार की शाम इस विवाद ने अपना खूनी रंग दिखा दिया। कलयुगी बेटे की जिद ने उसे पाप के मुंह धकेल दिया। उसने पिता से कह दिया कि अगर पैसे नहीं दोगे तो मैं तुम्हारी जान ले लूंगा। बेटे की मिजाज को देखकर पिता उसे समझाता रहा लेकिन बेटे के सिर पिता के हत्या का भूत सवार था। उसने घर मे रखा केरोसिन निकाला पिता के शरीर पर गिरा दिया। पिता को लगा कि मेरा बेटा है लड़ाई कर रहा सब कुछ ठीक हो जायेगा। उसे क्या पता था कि बेटा ही उसकी जान लेने जा रहा है।
बेटे ने केरासिन गिराने का बाद पिता पर माचीस की जलती तीलियां फेंक दी। पिता धू-धू कर जलने लगा। बचाने के लिए परिवार के चार लोग पहुंचे लेकिन आग ने उसे पूरी तरह से चपेट में ले लिया था। बुझान गये चार लोग बी बुरी तरह से झुलस गये। अस्पताल ले जाते समय़ रघुनाथ ने दम तोड़ दिया। चारों झुलसे लोगों का इलाज जिला अस्पताल के बर्न विभाग में किया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी बेटेके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि आरोपी फरार है पुलिस उसकी तलाश कर रही है।