रामदत्तपुर निवासी ध्यानचंद चौरसिया के दो बेटों में छोटा बेटा मुकुंद चौरसिया उर्फ सनी आरएमएस (रेलवे मेल सर्विस) में संविदा कर्मचारी था। सोमवार की रात घटना के पहले 8.00 बजे वह घर पर मौजूद था तभी अंधियारी बाग दक्षिणी निवासी विकास यादव उर्फ बंटी, भरत भूषण और एक दूसरा युवक उसके पास पहुंचे। किसी काम के बहाने उसे बुलाकर घर से थोड़ी दूर काली मंदिर ले गए।
वहां वो लोग आपस में बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान विवाद हुआ और बंटी यादव व साथियों ने मुकुंद पर चाकू से हमला कर दिया। शोर मचाने पर फुफेरा भाई प्रशांत और पिता बचाने के लिये दौड़े। इसी बीच बंटी ने पिता के सामने ही मुकुंद के सिर में तमंचा सटाकर गोली मार दी। प्रशांत ने पकड़ने की कोशिश की तो उसकी गर्दन पर भी चाकू से हमला कर सभी आरोपी साथियों के साथ फरार हो गये। परिजन मुकुंद और प्रशांत को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मुकुंद को मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि मुकुंद और बंटी की जान पहचान पुरानी थी कुछ दिन पहले मुकुंद ने अपने परिचित को बंटी से ब्याज पर रुपए दिलवाए थे। रुपए वापस न मिलने पर बंटी रुपए वापस करने के लिए मुकुंद पर दबाव बना रहा था। इसी बात को लेकर सोमवार की रात में दोनों के बीच विवाद हुआ जिसके बाद बंटी ने गोली मारकर हत्या कर दी।