यह भी पढ़ें- प्रतापगढ़ एक तरफ जहां प्रदेश में और देश मे लगातार रेल हादसे हो रहे हैं। वहीं प्रतापगढ़ में भी रेल विभाग के लापरवाह कर्मचारियों के चलते आज एक बड़ा हादसा होते होते बच गया। दरअसल पूरा मामला चिलबिला रेलवे क्रॉसिंग का है जहां पर टूटी पटरियों पर दौड़ी मरुधर एक्सप्रेस टला बड़ा रेल हादसा।
सूबे में एक के बाद एक बड़े हादसे के बाद भी रेल प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है। गुरुवार की देर रात्रि को प्रतापगढ़ जिले के चिलबिला रेलवे क्रासिंग पर एक बड़ा ट्रेन हादसा होते-होते बच गया जब मरुधर एक्सप्रेस टूटी रेल पटरियों से गुजर गई। खबर फैलते ही रेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और पूरा स्टॉफ क्रासिंग पर आ पहुंचा फिर शुरू हुआ बनाने का कार्य।
रिपोर्ट के मुताबिक आनन-फानन में टूटे हुए रेल ट्रैक को ठीक किया गया। इस दौरान आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें आधा घंटे तक स्टेशन पर खड़ी रहीं और मरम्मत कार्य के बाद ट्रेनों का परिचालन दोबारा बहाल किया जा सका। लेकिन यात्रियों की फजीहत भी जमकर हुई।
चिलबिला रेलवे क्रॉसिंग पर टूटे रेल ट्रैक की मरम्मत कार्य पूरा होने तक सरयू एक्सप्रेस, पीआरएल और मालगाड़ी ट्रेन का परिचालन प्रभावित हुआ और ट्रेनें आधा घंटा देरी से अपने गंतव्य तक पहुंची।
इन सब घटनाओं को देखते हुए रेलवे प्रशासन यूपी में हाल में हुए मुजफ्फरनगर (खतौली) और इटावा (औरैया) में हुए दो बड़े रेल हादसों से कोई सबक नहीं लिया है। शायद यही कारण है कि, ट्रेन में सफ़र करने वाले यात्री आज भी भगवान भरोसे ही ट्रेन में सफ़र करने को मजूबर है। यदि यही स्थित रही तो आने वाले समय मे लोग रेलवे की यात्रा करने से परहेज करने लगेंगे।
इन सब घटनाओं को देखते हुए रेलवे प्रशासन यूपी में हाल में हुए मुजफ्फरनगर (खतौली) और इटावा (औरैया) में हुए दो बड़े रेल हादसों से कोई सबक नहीं लिया है। शायद यही कारण है कि, ट्रेन में सफ़र करने वाले यात्री आज भी भगवान भरोसे ही ट्रेन में सफ़र करने को मजूबर है। यदि यही स्थित रही तो आने वाले समय मे लोग रेलवे की यात्रा करने से परहेज करने लगेंगे।