बलिया की कनीज फातिमा को उसके पति ने शादी के 14 साल बाद तलाक दे दिया। कनीज का कहना है कि के पति व ससुरालियों ने दहेज के लिये प्रताड़ित किया और आखिरकार शौहर ने तलाक, तलाक, तलाक कहकर उसे छोड़ ही दिया। न सिर्फ कनीज को बल्कि उसके दो बच्चों को भी घर से निकाल दिया गया। अब कनीज बच्चों को लेकर मायके में रहने को मजबूर है। उसे फिक्र इस बात की है कि उसके बच्चों की परवरिश कैसे होगी। मजबूर होकर उसने पति महताब आलम के खिलाफ बलिया कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस छानबीन कर रही है।
कहानी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की है। तीन तलाक पर कानून बन जाने के बाद जिले में पहला ट्रिपल तलाक का मामला सामने आया। कनीज फातिमा पति के साथ गुजरात में रहती थी। शादी के उनके दो बच्चे भी हो चुके थे। कनीज के मुताबिक दहेज की मांग पूरा न होने पर पति महताब आलम ने उसे घर से निकाल दिया।
बांसडीह थानाक्षेत्र के चोरकंड गांव निासी कनीज फातिमा बताती हैं कि महताब आलम के साथ उनकी शादी 2004 में हुई थी। तब से ही लगातार उनसे दहेज की मांग की जाती रही। वह अपने पति के साथ गुजरात गयी तो वहां भी पति उससे दहेज की डिमांड करता। पिता की उतनी क्षमता नहीं थी कि वह ससुरालियों की ललच को पूरा करते। कनीज ने बताया कि जैसे ही उसके पिता की मौत हुई पति महताब ने तीन बार तलाक कहकर घर से निकाल दिया। गुजरात में दो-चार दिन किसी के घर में रहने के बाद वह किसी तरह अपने मायके बलिया के चोरकंड पहुंची। उसने बताया कि उसके ससुराली तलाक देने के पेशेवर हैं। और कइयों ने इसी तरह दोबारा शादियां की हैं। वह अपनी बेटी और बेटे के भविष्य और उनकी परवरिश को लेकर परेशान है। पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रही है।
By Amit Kumar