छठ पूजा के लिये बलिया के सदर कोतवाली अन्तर्गत रामपुर महावल घाट पर छठ पूजा के लिये तैयारी हो रही थी। लाइटिंग के लिये बिजली के तार लगए जा रहे थे। इन्हीं तारों की चपेट में आकर अमित यादव 24 साल और अतिश खरवार 28 साल झुलस गए। मौके पर मौजूद ग्रामीण तत्काल दोनों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। आरोप है कि वहां इमरजेंसी में कोई डॉक्टर नहीं था। इलाज में देरी हुई और दोनों की मौत हो गयी। इसके बाद तो साथ आए ग्रामीणों के गुस्से का ठिकाना नहीं रहा। गुस्साए लोगों ने वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया।
हंगामा और तोड़फोड़ की खबर सुनने के बाद पहुंचे सीएमएस से जब इस घटना की बाबत बात की गयी तो वह कैमरे पर कुछ बोलने से बचते नजर आए। उधर ग्रामीणों का दावा है कि जब वह अस्पताल पहुंचे तो इमरजेंसी में कोई डॉक्टर नहीं थे। अस्पताल में पहुंचने के बाद भी दोनों की सांसें चल रही थीं। इन्तेजार करने के बाद भी डॉक्टर नहीं आए और इलाज में देरी से दोनों की मौत हो गयी। उधर इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने दावा किया कि जब लोग घायलों को लेकर पहुंचे तो उनकी मौत यहां आने के पहले हो चुकी थी।
By Amit Kumar