बतादें कि सोमवार को दूसरी पाली में यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के गणित की परीक्षा दोपहर 02:00 बजे से निर्धारित थी। केन्द्रों पर केन्द्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक समेत छात्रों का भी पहुंचना शुरू हो गया था। लेकिन तकरीबन 01:00 बजे लोगों के व्हाट्सएप पर गठित का साल्व पेपर तेजी से वायरल होने लगा। परीक्षा केन्द्रों के साथ ही छात्र और अभिभावकों में भी परेशानी साफ दिखने लगी।
सामूहिक नकल का हुआ था खुलासा अभी कुछ दिन पहले ही महावीर सिंह इंटर कॉलेज बादिलपुर में सेक्टर मैजिस्ट्रेट की छापेमारी में सामूहिक नकल का मामला सामने आया था। जहां एक कमरे में क्षमता से चार गुना लोगों को बैठाकर नकल कराया जा रहा था। शिक्षाधिकारी ने उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर विद्यालय को ब्लैक लिस्ट करने की बात कही थी साथ ही केंद्र व्यवस्थापक समेत आधा दर्जन शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।
हाई स्कूल गणित के पेपर में भी धड़ल्ले से हुई नकल 16 फरवरी को हाई स्कूल गणित की परीक्षा में भी बलिया जिले में धड़ल्ले से नकल का खुलासा हुआ था। नगरा ओर चिलकहर इलाकों में केन्द्रों पर सामूहिक नकल बेधड़क करायी गई। न शासन का डर रहा और न ही प्रशासन का। जो तस्वीरें सामने आईं उसमें साफ दिखा कि कॉपियां बाहर लाकर भी सवाल हल किये गए थे। इसके बाद भी शिक्षा विभाग लापरवाह क्यूं बना है ये बड़ा सवाल है।
डीएम और डीआईओएस मामला दबाने मे जुटे- सूत्र सोमवार को गणित की कथित कापियां साल्व होने के बाद शासन-प्रशासन में हड़कंप है। बताया जा रहा है कि जो साल्व कापियां वायरल हुई हैं वो गणित प्रश्नपत्र की ही है जिसकी परीक्षा सोमवार को कराई गई। अब जिलाधिकारी और शिक्षा विभाग मिलकर इस साल्व कापियों को गलत बतानें में जुटा है। हालांकि अभी तक किसी अधिकारी ने कुछ नहीं कहा है लेकिन पूरे मसले को दबाने में शिक्षा विभाग जुटा हुआ है।