बतादें कि अपना नाम और ठिकाना बदलकर यूपी के शहरों में बच्चा चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गुड़िया गैंग की सरगना ने सुखपुरा थाना क्षेत्र के करनई गांव से एक चार साल के मासूम का अपहरण कर लिया था। वो बच्चे को बेचने के फिराक में थी कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया। इस महिला के खिलाफ बलिया के दूसरे थानों में मुकदमें दर्ज हैं।
पुलिस की माने तो सुखपुरा थाना क्षेत्र के करनई गांव की रहने वाली महिला ममता देवी अपने बच्चे का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराई थी। अस्पताल में ही महिला चोर ने ममता नाम की महिला से संपर्क बनाया। उससे दोस्ती कर लिया। पहले से ही बच्चा चोरी की नीयत दिल में पाले इस चोर ने ममता से उसके घर आने की इच्छा जताई।
गांव की सरल महिला ममता देवी ने भी उसे घर आने की बात कह दी। ममता को लगा की अस्पताल में इश्वर की कृपा से ही उसे एक सहेली मिल गई है। जो उसके दुख दर्द में उसका साथ देगी। लेकिन यही उसके साथ बड़ा धोखा हो रहा था। महिला चोर उसके घर पहुंची। घर परिवार का हाल चाल जाना। चाय पानी किया और घंटो खुशी-खुशी दोनों साथ बिताये। वहां से जाते समय महिला चोर ने ममता से कुछ दूर तक छोड़ने के लिए कहा। सहेली के कहने पर ममता उसे छोड़ने घर से ही कुछ कदम दूर बाजार तक चली गई और साथ में अपने चार साल के बेटे को भी लेकर चली गई।
बच्चे पर नजर ग़ड़ाई चोर ने बेटे से पूछा बाबू समोसा खाना है? बेटे ने हां कर दिया। वो समोसा दिलाने के बहाने उसे अपने साथ ले गई और वहां से गायब हो गई। थोड़ी देर के बाद महिला हैरान-परेशान होकर पुलिस थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मंगलवार को गैंग की सरगना गुड़िया को छापेमारी कर गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई है। पूछताछ में पता चला है कि इस बच्चे को किसी कपल को बेचने की तैयारी थी। पुलिस का कहना है कि ये बच्चा चोरी का बड़ा गिरोह है जल्द ही कई मामलों की खुलासा हो सकता है।