डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत, जमकर बवाल
समय से अस्पताल में शुरू नहीं हुआ इलाज, नाराज परिजनों ने इमरजेंसी में किया हंगामा
बलिया. जिला अस्पताल में फिर एक बार चिकित्सक की लापरवाही से मरीज की मौत का मामला प्रकाश में आने से अफरा-तफ़री मच गई। मृतक के परिजनों एवं छात्र नेताओं ने चिकित्सक एवं अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इमरजेंसी में जमकर बवाल किया। सीएमओ डॉ पी के सिंह के लिखित आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए।
छात्र नेता इमरजेंसी में चिकित्सक के साथ अभद्रता करते हुए इमरजेंसी के गेट पर नारेबाज़ी करने लगे। सूचना पाकर पहुंचे सीओ केसी सिंह व कोतवाल डीके श्रीवास्तव ने मामला शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन चिकित्सक के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग पर अड़े छात्रों का बवाल नहीं थमा। सीएमओ के लिखित आश्वासन पर बवाल शांत हुआ। इसके बाद परिजनों ने शव को लेकर घर चले गए।
मनियर थाना क्षेत्र के मुड़ियारी गांव निवासी राजकिशोर पुत्र भृगुनाथ प्रसाद ने सीएमओ को पत्रक सौपते हुए आरोप लगाया कि उनकी माँ राधिका देवी को हृदय रोग के कारण इमरजेंसी लाया गया ,जहाँ डयूटी पर तैनात डॉ सन्तोष कुमार ने उनका इलाज शुरू करते हुए मरीज को ह्रदय रोग में प्रयुक्त होने वाली एक प्रतिबन्धित दवा लिखी जो बाहर मेडिकल में उपलब्ध नहीं थी। ऐसे में मरीज़ की तबीयत बिगड़ने लगी जिसे देखते हुए ईएमओ ने फोनकर डॉ विनोद कुमार को बुलाया। चिकित्सक के इलाज के बावजूद मरीज़ की हालत में सुधार न देखकर परिजनों ने डॉ मनोज कुमार को सुचना दी। चिकित्सक के उपचार के कुछ देर बाद मरीज़ की मौत हो गई। परिजनों का आरोप हैं कि समय पर चिकित्सक के न पहुंचने और इलाज में लापरवाही और कोताही के कारण मरीज़ की मौत हुई। इस मामले चिकित्सक की घोर लापरवाही के महिला की मौत हो गई।