लखनऊ में हुई विवेक तिवारी की हत्या के बाद आरोपी सिपाही प्रशांत की पत्नी राखी ने एसपी कार्यालय में जाकर हंगामा किया था। उस पर आरो है कि वह इस मामले में पति का बचाव कर रही थी और इसे लगातार तूल दे रही थी। इसके अलावा चश्मदीद सना खान ने भी आशंका जतायी थी कि उसे बोलकर तहरीर लिखाने वाली भी राखी हो सकती है। इसके अलावा आरोपी पुलिस वालों को बचाने के लिये पांच करोड़ रुपये इकट्ठा करने की कोशिश का भी पता चला। यही नहीं प्रशांत के समर्थन में चंदा जमा करने वाली पोस्ट के वायरल होने के बाद राखी के बैंक एकाउंट में पांच लाख 28 हजार रुपये जमा होने की बात भी सामने आयी। 25 सितम्बर तक राखी के मेरठ स्थित एसबीआई एकाउंट संख्या 20239363306 में 333.26 रुपए थे जिसमें उसी दिन 114 रुपए ब्याज मिले। 30 सितम्बर तक इसमें कोइ ट्रांजेक्शन नहीं हुआ, लेकिन 28 सितम्बर को विवेक हत्याकांड के अगले ही दिन राखी के खाते में अचानक पैसे ट्रांसफर होने लगे। जमा होने वाली रकम 50 से लेकर 1000 रुपये तक बतायी गयी। एक अक्टूबर तक खाते में पांच लाख 28 हजार रुपये जमा होने की बात कही जा रही है।
ऐसा कहा जा रहा है कि विवेक तिवारी हत्याकांड में लगातार बैकफुट पर आ रही योगी सरकार ने मामले को और तूल देने से बचने के लिये प्रशांत की पत्नी राखी का ट्रांसफर कर बलिया में किया होगा। इसके पीछे राखी का अपने आरोपी पति से बार-बार मिलना या मिलने की कोशिश करना भी एक वजह हो सकती है। हालांकि अभी इस ट्रांसफर की पुष्टि नहीं हो सकी है।
बताते चलें कि 28 सितम्बर की रात को लखनऊ के पॉश इलाके में आईफोन की लांचिंग कर लौट रहे विवेक तिवारी की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गयी थी। चश्मदीद का आरोप है कि सिपाही ने विवेक को जानबूझकर गोली मारी। हालांकि आरोपी पुलिस वालों का दावा था कि विवेक ने उन्हें अपनी कार से कुचलने की कोशिश की और उन्होंने बचाव में गोली चलायी। इस हत्यकांड की गूंज पूरे सूबे में सुनायी दी। विवेक की पत्नी ने पति के शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और सीएम से मिलने पर अड़ी रहीं। सरकार ने विवेक की पत्नी को 25 लाख रुपये मुआवजा और नगर निगम में नौकरी का ऐलान किया। उसके बाद डिप्टी सीएम ने विवेक की पत्नी को मुख्यमंत्री से मुलाकात करायी।
By Amit Kumar