मामला बलिया जिले का है। यहा अलीगढ़ का एक शादीशुदा जोड़ा पिछले काफभ् साल से रह रहा था। पति ताला चाभी का रोजगार था, जबकि पत्नी घर संभालती थी। 2007 में दोनों की शादी हुई और दोनों खुशी-खुशी साथ रहने लगे। इस बीच दो बच्चे एक लड़का और एक लड़की भी हुई, जिससे दोनों की जिंदगी में भरपूर खुशियां आयीं। पति जी तोड़ मेहनत करता, ताकि उसका परिवार अच्छी से अच्छी जिंदगी जी सके। वह बलिया के कोतवाली थानान्तर्गत विशनीपुर में मकान लेकर परिवार के साथ रहने लगा। यहां वह ताला-चाभी की फेरी लगाने का काम करने लगा।
इस बीच उसने अपनी पत्नी को एक स्मार्टफोन मोबाइल खरीदकर दिया। पत्नी ने फेसबुक पर अकाउंट बनाया और वह धीरे-धीरे पति की दुनिया से दूर होने लगी। उसे फेसबुक पर बरेली के किसी सोहेल नाम के अपनी से कम उम्र के लड़के के साथ प्रेम हो गया। दोनों का प्रेम फेसबुक पर खूब परवान चढ़ा और विवाहिता ने फैसला कर लिया कि वह अब अपने पति का साथ छोड़ देगी और प्रेमी के साथ जिंदगी गुजारेगी। उसने पूरा प्लान बना लिया और इस बात की खबर पति को नहीं लगने दी।
एक दिन जब पति फेरी लगाने के लिये निकला तो उसके बाद पत्नी भी प्रेमी के पा जाने के लिये निकल पड़ी। उसने अपने दोनों बच्चों को भी साथ ले लिया और साथ ही घर में रखे पति के 30 हजार रुपये भी समेट ले गयी। जब पति घर लौटकर आया तो घर में न पत्नी मिली और न ही उसके दोनों बच्चे। उसे पति चला कि पत्नी किसी और के साथ भाग गयी तो बहुत दुख हुआ। उसने मुहल्ले-टोले में बहुत पूछताछ की लेकिन कुछ पति नहीं चला कि पत्नी कहां गयी है। दूसरे दिन किसी तरह से उसकी पत्नी के साथ बात हुई तो वह बरेली पहुंच चुकी थी। उसने काफी समझाने की कोशिशें। कहा कि जब से तुम गयी हो मैंने रोटी तक नहीं खायी। अपने प्यार, 12 साल बितायी जिंदगी और 12 बच्चों का वास्ता देकर लौट आने को कहा, लेकिन वह तैयार नहीं हुई। पति ने पुलिस से भी गुहार लगायी कि उसकी पत्नी और बच्चों को वह लौटवा दे, लेकिन वहां भी कुछ नहीं हुआ। फिर पत्नी से जब फोन पर बात हुई तो उसने साफ कह दिया कि तुम मुझे 12 सालों में वो खुशी वो प्यार नहीं दे पाए, जो इस आदमी ने मुझे पहली मुलाकात में ही दे दिया। अब मै अपनी जिंदगी में खुश हूं और तुम अपनी जिंदगी में खुश रहो। वह प्रेमी के साथ रहने के लिये पति को उसके बच्चे लौटाने के लिये भी तैयार थी।
By Amit Kumar