जिला अस्पताल प्रबंधन और सिविल सर्जन की माने तो नॉन कोविड अस्पताल में जिन लोगों की मौत हुई है, उन सभी को सांस लेने में तकलीफ थी। इनकी मौत के बाद मृतकों का कोविड सैम्पल भी नहीं लिया है और परिजनों को सौंप दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि एंटीजन किट नहीं थी, इसलिए कोविड जांच नहीं कर सके। अभी भी इन 13 मरीजों की मौत का रहस्य बरकरार है। इन मरीजों की मौत कोविड से हुई होगी तो इनके परिजनों पर संक्रमण का खतरा है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही लोगों को भारी पड़ सकती है।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एसएस देवदास ने बताया कि शनिवार रात 11 बजे से रविवार शाम तक 13 मरीजों की मौत हुई है। इन मरीजों में सांस लेने की समस्या थी। मरीज अन्य बीमारी के लिए वहां भर्ती थे और उनका इलाज चल रहा था। इन मरीजों की मौत के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। इन मृतकों की कोविड जांच के बारे में पूछा गया तो अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल में एंटीजन किट नहीं थी, इसलिए कोविड जांच नहीं की गई। आरटीपीसीआर में करते तो रिपोर्ट आने में पांच से छह दिन लगते।
नॉन कोविड अस्पताल में में 13 की मौत के बाद रविवार को फिर 15 मरीज संक्रमित मिले है। इसके बाद पूरे अस्पताल को सेनेटाइज करवाया गया है। जिले में रविवार को कोरोना से 11 लोगों की मौत व 13 नान कोविड अस्पताल में मौत सहित कुल 12 घंटे में 24 लोगों की मौत हुई है। हालांकि नान कोविड अस्पताल में कई मृतकों को निजी वाहन से उनके गांव पहुंचाया गया। कोविड से मौत 11 मरीजों को मृतकों के गांव के मुक्तिधाम में ले जाने एक ही शव वाहन से देर शाम तक शव को मुक्तिधाम ले जाया गया। मृतकों के परिजन शव को मुक्तिधाम ले जाने शव वाहन का इंतजार करते रहे, क्योंकि निजी वाहन में कोविड से मौत के शव को नहीं ले जा सकते थे।
बालोद जिले के सबसे बड़े कोरोना सेंटर कोविड 19 अस्पताल में 100 बेड हैं। यहां 125 मरीज भर्ती हंै। यहां 100 ऑक्सीजन जम्बो और 50 छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। जो बहुत कम है। अभी भी 200 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर चाहिए। तब थोड़ी राहत मिल सकेगी। वर्तमान में ऑक्सीजन की किल्लत ने मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है।
जिले में कोरोना जांच के लिए किट की कमी है। जिले में लगातार संक्रमित मिल रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ. जेपी मेश्राम ने कहा कि अभी स्वास्थ्य विभाग के पास 2307 एंटीजन व 408 ही टू नाट किट है। इन्ही के भरोसे ही कोरोना जांच चल रही है। आरटीपीसीआर से कोरोना जांच बंद है, क्योंकि अभी एक हजार से ज्यादा लोगों की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आरटीपीसीआर से जांच शासन के आदेशानुसार की जाएगी।
रविवार को जिले में कोरोना के 275 नए मरीज मिले हैं। मरीजों की संख्या बढ़कर 14671 हो गई है। इस बार रिकॉर्ड 332 मरीजों को एक ही दिन में डिस्चार्ज किया गया है। एक्टिव मरीजों की संख्या 2588 हो गई है। रविवार को 11 लोगों की मौत के बाद कोरोना से मरने वालों की संख्या 178 पहुंच चुकी हैं। जिलेभर में विभिन्न जगहों और गांव में शिविर लगाकर रविवार को 1287 लोगों की कोरोना जांच की गई। अभी तक 11,906 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। 1704 कोरोना संक्रमित लोग अपने घर पर इलाज करा रहे हैं।