सात साल पहले 4 जुलाई 2012 को ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन प्रारंभ हुआ था। कुछ श्रद्धालुओं के माध्यम से शरू किए हुए मंत्र लेखन कार्य अब तक अनवरत जारी हैं। तब मंत्र लेखन का छोटा सा लक्ष्य निर्धारित किया गया था। वर्ष भर में एक-एक करोड़ मंत्र की कल्पना किए थे लेकिन भक्तों के अपार श्रद्धा व उमंग के चलते लक्ष्य छोटा पड़ गया। (Balod news)
महिला व पुरुषों के लिए दो अलग-अलग शब्द नहीं अनुभव कक्ष बनाया गया हैं। जहां पर महिला-पुरुष व छोट-छोटे बच्चे कतारबद्ध टेबल में बैठकर केवल एक ही नाम ओम नम: शिवाय लेखन में लीन रहते हैं। भक्तों द्वारा हर दिन एक लाख मंत्र लिखे जा रहे हैं।
इन सात साल में भक्तों द्वारा 27 करोड़ 7 लाख 9 हजार 903 मंत्र लिखे जा चुके हैं। जिसमे आठवे अभिषेक के लिए एक करोड़ से अधिक मंत्र लेखन हो चुका हैं। जलेश्वर महादेव के प्रमुख यज्ञदत्त शर्मा ने नगर सहित ग्रामीण अंचलों के शिव भक्तों से महाआरती में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की हैं। (Balod news)