बारिश के बेरूखी का डर
किसानों को पिछले साल की तरह बारिश के बेरुखी का डर है। दूसरी ओर मौसम विभाग के पिछले दिनों घोषणा में इस बार मानसून बेहतर होने की उम्मीद जगाई है। इस बार जिले का रकबा 2000 अधिक बढ़ा है। पर इस बार किसानी और महंगे होने की उम्मीद है।
खाद-बीज का पर्याप्त भंडारण
इस साल रबी सीजन में शासन ने मोटरपंप से धान की फसल पर सिंचाई के लिए प्रतिबंधित करने पर किसानों ने दलहन-तिलहन पर जोर दिया गया था। खेतों में गेहूं, चना सहित अन्य फसल की कटाई, मिंजाई का काम पूरा हो गया है। नवतपा भी समाप्त हो गया है। इसलिए किसान अब खेतों की ओर रुख करने लगे हंै। किसान खेतों की मेंड़ों की मरम्मत, कंटीले पेड़ों की कटाई, खेतों की सफाई में लग गए हैं। कृषि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल एक लाख से ज्यादा हेक्टेयर पर कृषि कार्य किया जाएगा। इधर सेवा सहकारी समितियों में खाद, बीज का भंडारण पर्याप्त मात्रा में है। हालांकि कई किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
खेतों को तैयार कर रहे किसान
इधर कृषि कार्य के लिए ऋण लेने के लिए जिले के किसान अब जिला सहकारी केंद्रीय बैंक पहुंच रहे हैं। सहकारी केंद्रीय बैंक से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 32 हजार 8 सौ 18 किसानों ने अब तक कुल 109 करोड़ 36 हजार का ऋण ले चुके हैं और कृषि कार्य की तैयारी में लग गए है। गर्मी के दिनों में धान की फसल कम लिए थे, पर इस सीजन में किसान बढ़-चढ़कर कृषि कार्य करने खेतों को तैयार कर रहे हैं।
किसानों को विभाग का ये सलाह
कृषि विभाग के अधिकारी ने जानकारी दी है कि अभी किसानी के लिए कुछ समय है। सलाह दी है कि किसान तैयारी में जुट जाएं। अपने खेतों की साफ-सफाई करे। मेंड़ों को दुरूस्त करे। उसे दलहन-तिलहन के लिए भी उपयोग कर सकते हैं। अक्सर किसान अछी बारिश के बाद जुताई शुरू करते हैं। दूसरी ओर किसान अभी से खाद-बीज लेकर तैयार रहें। मानसून आने पर ही कृषि कार्य, बीज की बोआई करें। जिनके पास सिंचाई के साधन हैं वह खेतों में नर्सरी तैयार कर सकते हैं।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के सभी सेवा सहकारी समितियों में पर्याप्त धान बीज व खाद उपलब्ध करा दिए गए हैं। जानकारी केमुताबिक इस बार विभाग ने किसानों को 20 हजार क्विंटल बीज वितरण करने का लक्ष्य रखा है, जिसके जवाब में अभी तक 15 हजार 8 सौ 55 क्विंटल बीज का वितरण किसानों को कर चुका है, तो 4 हजार 6 सौ 22 क्विंटल बीज का वितरण बचा है।
इसी तरह खाद में भी 48140 मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य है, जिसमें से अब तक 15515 मीट्रिक टन खाद का वितरण हो चुका है, तो खाद गोदामों में 26227 मीट्रिक टन खाद का भंडारण भी हो चुका है।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बीते साल की तुलना में इस साल 2 हजार हेक्टेयर अधिक कृषि कार्य होगा। बीते साल एक लाख 80 हजार हेक्टेयर में फसल लिए थे तो इस बार एक लाख 82 हजार हेक्टेयर में फसल लेंगे, जिसमें धान 1 लाख 69 हजार 870 हेक्टेयर, जबकि बीते साल 1 लाख 70 हजार 373 हेक्टेयर में धान की फसल ली गई थी। इस बार दलहन 7180 हेक्टेयर में होगा जबकि बीते साल 6864 हेक्टेयर में लिए थे।
जिला कृषि अधिकारी यशवंत केराम ने कहा किसान अभी अपने खेतों की सफाई करे और खाद-बीज लेकर तैयार रहे। मानसून आने पर ही कृषि कार्य, बीज की बोआई करे। जिनके पास सिंचाई के साधन हैं वह खेतों में नर्सरी तैयार कर सकते हैं।