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OLX से कार खरीदकर गांजा की तस्करी, अंतरराज्यीय गिरोह के 4 तस्कर गिरफ्तार, कार में 22 किलो गांजा छोड़कर भागे थे आरोपी

locationबालोदPublished: Nov 25, 2021 05:05:11 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

पुलिस ने गांजा तस्करी के 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं दो आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस ने 16 नवंबर को कार से गांजा बरामद किया था।

OLX से कार खरीदकर गांजा की तस्करी, अंतरराज्यीय गिरोह के 4 तस्कर गिरफ्तार, कार में 22 किलो गांजा छोड़कर भागे थे आरोपी

OLX से कार खरीदकर गांजा की तस्करी, अंतरराज्यीय गिरोह के 4 तस्कर गिरफ्तार, कार में 22 किलो गांजा छोड़कर भागे थे आरोपी

बालोद. जिले के ग्राम जगतरा (गुरुर) टोल नाका के पास एक कार से 22 किलो 500 ग्राम गांजा मिलने के बाद कार छोड़ कर भागने वाले गांजा तस्कर को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गांजा तस्करी के 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं दो आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस ने 16 नवंबर को कार से गांजा बरामद किया था। पुलिस के मुताबिक मामला अंतरराज्यीय गांजा तस्करी का है।
पकड़े गए आरोपी फिल्मी तरीके से गांजे की तस्करी करते थे। सभी आरोपी छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिले के रहने वाले हैं। जो काफी दिनों से गांजा तस्करी कर रहे थे। गांजा को ओडिशा से लाकर छत्तीसगढ़ के अलावा उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश में खपाते थे। सभी आरोपियों के खिलाफ 20(बी) एनडीपीएस एक्ट 1985 के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपियों तक पहुंचने एसपी सदानंद कुमार ने टीम गठित किया था। टीम ने चार आरोपी को गिरफ्तार किया। खुलासा एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी ने साइबर सेल में प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर किया।
एक कार से पुलिस पर निगरानी, दूसरी से करते थे तस्करी
पकड़े गए गांजा तस्करी का मुख्य आरोपी अर्जुन मंडल है। पुलिस पूछताछ में बताया कि गांजा की तस्करी ओडिशा से जगदलपुर होते हुए बालोद के मार्ग से भिलाई, उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश तक गांजा की सप्लाई बड़े गांजा तस्कर को करते हैं। तस्करी के लिए दो कार का उपयोग करते थे। एक कार से बुकिंग ले जाता था। साथ ही रास्ते में पुलिस पर निगरानी रखता था। मुख्य मार्ग में पुलिस टीम दिखाई नहीं दी तो गांजा वाली कार को अपने पीछे आने कहता। जहां पुलिस दिखाई देती तो वाहन को आगे आने से मना करता था। जिस कार से निगरानी करते थे, उसके पूरे कागजात रखते थे। ओएलएक्स से खरीदी कार से तस्करी करते थे।
पूछताछ में हो सकता है बड़ा खुलासा
साइबर सेल प्रभारी रोहित मालेकर ने बताया कि सभी गांजा तस्कर छत्तीसगढ़ के हैं। ये लोग छत्तीसगढ़ के बाहर बड़े तस्कर व गिरोह को गांजा सप्लाई करते थे। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है। उम्मीद है कि बड़ा खुलासा कर सकते हैं।
गिरफ्तारी में इनकी रही प्रमुख भूमिका
आरोपियों की गिरफ्तारी में प्रभारी साइबर सेल निरीक्षक रोहित मालेकर, थाना प्रभारी गुरुर दिलेश्वर चंद्रवंशी, उनि शिशिर पाण्डेय, सउनि भुजवन साहू, प्रधान आरक्षक भुनेश्वर मरकाम, प्रधान आरक्षक रूमलाल चुरेन्द्र, आरक्षक पूरन प्रसाद देवांगन, आरक्षक विपिन गुप्ता, आरक्षक राहुल मनहरे, आरक्षक आकाश दुबे, आरक्षक मिथलेश यादव की सराहनीय भूमिका रही।
अर्जुन मंडल : परतापुर जिला कांकेर का रहने वाला है। 47 वर्षीय गांजा तस्कर पहले ओडिशा के मलकान गिरी के साथ केशकाल, अंतागढ़ में ठेकेदारी करता था। मलकानगिरी के पास ही कदमगुड़ा में किराए में रहता था। वहां गांजा का कारोबार था। वहीं से गांजा बेचने वाले का नम्बर लिया। फिर सप्लाई शुरू कर दी। परतापुर के सनातन के साथ मिलकर तस्करी करता था। गांजा ओडिशा से लाता था।
सनातन उर्फ सोना : 30 वर्षीय तस्कर भी अर्जुन मंडल के गांव परतापुर का रहने वाला है। सनातन के पास कार है। इससे वह बुकिंग लेने का कार्य करता था। जब से अर्जुन मण्डल में गांजा बेचने के फायदे व मोटी रकम कमाने का तरीका बताया, तब से वह इसमें शामिल हो गया। पहले वह साथ में गांजा लाने ओडिशा गया। फिर भिलाई के गांजा बेचने वाले से पहचान बढ़ाई। उन्हें ही अर्जुन एवं सनातन गांजा सप्लाई करते थे।
थानेश्वर उर्फ राजा विश्वकमार्: 24 वर्षीय युवक भिलाई के सेक्टर 7 का रहने वाला है। काफी दिनों से गांजा बेचने व अन्य जगह खपाने का काम करता है। सनातन से जान पहचान के बाद बड़ी मात्रा में गांजा सप्लाई शुरू कर दी। दिल्ली, भिलाई, उत्तर प्रदेश, बिहार तक सप्लाई करता था।
जितेंद्र सिरमौर : 36 वर्षीय युवक जिला राजनादगांव के सोमनी सांकरा का रहने वाला है। तस्करी में पहली बार शामिल हुआ। जिस दिन सभी गांजा लाने ओडिशा गए, उस दिन वह गया था। वापसी के दौरान जगतरा टोल प्लाजा के पास पुलिस चेकिंग को देखकर सभी कार को छोड़कर भाग गए।

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