दूध से लेकर खाने के तेल आदि के सैंपल भी जांच में अमानक पाए गए हैं। जिला खाद्य औषधि प्र्रशासन विभाग के मुताबिक जिला बनाने के बाद से 2014 से होटलों, डेली नीड्स, ढाबों, स्विस्ट्स दुकानों भोजनालयों में छापे मार कार्रवाई की गई। सैंपल में दूध, दही, तेल, मावा, धनिया, मिठाई, कलर सहित और भी शामिल है। इसमें कई जगह दूध के पैकेट में दूध की मात्रा कम पाई गई है तो कई जगह खाने के कलर भी अमानक पाए गए हैं। इसके आलावा और भी विभिन्न खाद्य पदार्थों के भी सैंपल लिए गए है उसमें भी अमानक स्तर पाया गया है।
विभागीय जानकरी के मुताबिक अब तक 200 सैंपलों में 42 अमानक पाए गए हैं, जिसमें 35 दुकानदारों पर केस चल रहे हैं। यही नहीं विभाग अभी 7 और मामले पर केस दायर करेगा। विभाग के मुताबिक महीने में दो टीम मिलकर 5 -5 सैंपल लेते है अमानक वाले खाद्य पदार्थों पर कार्रवाई कर रहे हैं। जिले के दुकानों में बिकने वाले पानी पाउचों पर भी कार्रवाई की जा रही है। रिया रिच व शिवनाथ के पानी पाउच पर अभी जांच चल रही है।
डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ जो मार्केट में बेचे जाते हैं, उस पर भी कार्रवाई की गई है। कई सैंपल प्रयोग शाला में फेल भी हुए हैं। कई डिब्बे में निर्माण तिथि, एक्सपायरी तिथि का उल्लेख नहीं किया गया तो कुछ डुप्लीकेट भी मिलते है।
खेतों में रासायनिक खाद का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। कीटनाशकों का छिड़काव से अब लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडराने लगा है। सब्जी, फल, फूल आदि में अधिक रासायनिक खाद व कीटनाशक का उपयोग किया जा रहा है। किसानों की इन कीटनाशकों व रासायनिक खादों के छिड़काव कितने मात्रा में करना है, इसकी जानकारी नहीं रहती पर किसान फसल को कीटनाशकों से बचाने अधिक कीटनाशकों का उपयोग करते हैं। जो लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है।
होटलों में खुले में रखे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें
कलर युक्त खाद्य सामग्री लेने से पहले पूछ लें कलर अमानक है कि मानक।
न्यूज पेपर में अगर खाद्य पदार्थ दें तो न लें और उसे ऐसा करने से मना करें।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बालोद मीनाक्षी चन्द्राकर ने बताया समय-समय पर होटलों, ढाबों, डेली नीड्स, किराना दुकानों में कार्रवाई कर सैंपल ले रहे हैं। अब तक 200 सैंपल लिए हैं, जिसमें से 42 सैंपल अमानक पाए गए हैं। बाकी की जांच चल रही है। लोग भी जागरूक हो और सही खाद्य पदार्थों की खरीदी करें।