पत्रिका में खबर प्रकाशन के बाद कलक्टर ने संज्ञान में लेते हुए बीते टीएल बैठक में महिला बाल विकास विभाग को बिजली कनेक्शन देने निर्देशित किया हैं। इस आदेश के बाद महिला बाल विकास विभाग अब बिजलीविहीन आंगनबाड़ी केंद्रों में वायरिंग में जुट गया हैं। विभाग ने दावा किया है कि आने वाले महीनों में विद्युत कनेक्शन ले लिया जाएगा।
जिला महिला बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में कुल 1524 आंगनबाड़ी केंद्र है। इसमें से 591 आंगनबाड़ी केंद्र में बिजली कनेक्शन और पंखे भी है। बच्चों को गर्मी से राहत मिलती है। वहीं जिले के 371 आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली नहीं है। इन केंद्रों में बिजली के लिए अब प्रयास किया जा रहा है।
विभागीय लापरवाही का नतीजा यह है कि हर साल गर्मी में आंगनबाड़ी के बच्चों को परेशानी होती है। तेज गर्मी में भरी दोपहर तक बच्चे आंगनबाड़ी में रहते है। अधिकारी आंगनबाड़ी की स्थिति को जानते हुए भी कुछ नहीं कर सके। सरकारी काम को देखते हुए लगता है कि आने वाली गर्मी तक भी बिजली कनेक्शन मिल पाएगा इस पर संदेह है।
जिले के 912 आंगनबाड़ी केंद्रों में बिना कनेक्शन बिल आने के संबंध में जिला महिला बाल विकास विभाग अधिकारी सीएस मिश्रा ने कहा कि कार्यकर्ता बिल न पटाए। 80 फीसदी काम पूरा
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सीएस मिश्रा ने कहा जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में जहां बिजली नहीं लगी है वहां आंतरिक वायरिंग किया जा रहा है। 80 फीसदी काम पूरा हो गया है। जल्द ही बचे कार्य पूरा हो जाएगा और कनेक्शन भी कर लिया जाएगा।