दस बिस्तर अनुष्का अस्पताल में सिर्फ ओपीडी की सुविधा देनी थी। सीएमएचओ ने बताया कि अस्थाई लाइसेंस लेकर कोई भी नर्सिंग होम या अस्पताल मरीजों का ऑपेरशन नहीं कर सकता। यहां नियमों को दरकिनार करके सीधे सिजेरियन प्रसव कराया जा रहा था। गंभीर लापरवाही के कारण प्रसूता महिलाओं की जान भी जा सकती थी। इसलिए संचालक को नोटिस जारी करते हुए अस्पताल में ताला जड़ दिया गया है।
एसडीएम सिल्ली थॉमस ने बताया कि सूचना मिली थी कि यह अस्पताल अवैध रूप से संचालित है। जिसके बाद कलेक्टर के आदेश पर तत्काल बालोद पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ छापेमार कार्रवाई की गई। जांच के दौरान दस्तावेज सही नहीं पाए गए। न ही ऑपरेशन करने का स्थायी लाइसेंस संचालक के पास था। इस वजह से अस्पताल को सील कर दिया गया है।