बालोद. पिछले दो साल से जो लोग नगर पालिका परिषद में विभिन्न कर नहीं पटा रहे थे, वे जाग गए हैं। प्रधानमंत्री की 1000 व 500 के पुराने नोट बंद करने की घोषणा ने उन्हें पालिका का टैक्स पटाने पर भी मजबूर कर दिया है।
बढ़ी आवक
ऐन-केन-प्रकारेण वे पुराने नोटों को इसी बहाने खपाने नगर पालिका तक पहुंचने की जहमत उठाने लगे हैं। इससे नगर पालिका का बोझ भी हल्का हो रहा है। पालिका की आवक बढ़ गई है। मामले में कोई अपना पुराना जलकर पटा रहे हैं, तो कोई संपत्ति कर, दुकान कर, समेतिक कर जमा करने के लिए पालिका पहुंच रहे हैं।
11 लाख की वसूली
शुक्रवार से नगर पालिका के करदाता अपने बकाया कर जमा कर रहे हैं। नगर पालिका के लिए यह खुशी की बात है कि जितनी राशि नगर पालिका अभियान चलाकर नहीं वसूल पाती वह काम इन तीन दिनों में हो गया। नगर पालिका ने इन तीन दिनों में लगभग 11 लाख रुपए कर वसूली किए हैं। अभी भी लोग कर जमा करने के लिए आ रहे हैं। नगर पालिका उम्मीद लगा रही है कि लोग अपने कर को जल्द पटा देंगे।
बड़े बकाएदार कर रहे हैं अनदेखी
मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका में 15 से 20 ऐसे कर दाताओं की सूची है जो बीते 1-2 सालों से कर नहीं पटाए हैं। इन बकायादारों का 20 से 30 हजार रुपए बकाया होने की जानकारी मिल रही है। बड़े बकायादार अब भी टैक्स जमा करने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
पुराने नोटों से कर पटाने के लिए आज अंतिम दिन
नगर पालिका में 1000 व 500 के पुराने नोटों से अपना कर बकाया जमा करने की सुविधा दी गई है। इसका लाभ उठाने के लिए सोमवार को अंतिम दिन है। शासन द्वारा यह सुविधा सोमवार की शाम तक बंद कर दी जाएगी। हालांकि लोग नगर पालिका आकर अपना कर जमा कर रहे हैं।
दो करोड़ की करनी है वसूली
नगर पालिका को पालिका क्षेत्र अंतर्गत सभी कर मिलकर 2 करोड़ रुपए कर वसूली करना है, पर करदाता अपना कर पटाने में ज्यादा गंभीर दिखाई नहीं दे रहे हैं। यह कर मार्च तक जमा करना है।