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जंगल छोड़ शहरों में बड़ी वारदात की फिराक में नक्सली, ऐसे रच रहे साजिश

locationबालोदPublished: Sep 18, 2017 11:23:19 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

बालोद जिले में बढ़ती माओवादी गतिविधियों से पुलिस और बटालियन के जवान सकते में है।

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बालोद/दल्लीराजहरा. बालोद जिले में बढ़ती माओवादी गतिविधियों से पुलिस और बटालियन के जवान सकते में है। शहरी नेटवर्क के तहत काम कर रहे माओवादियों की नजर जिले के कुछ क्षेत्रों में घटनाएं कर लगातार अपने होने का अहसास करा रहे हैं। कभी माइंसों के कर्मचारियों को बंधक बनाकर, तो कभी निर्माण कार्यों में लगे वाहनों को जलाकर। हाल ही में दो सप्ताह के अंदर दल्ली से लगे जंगल में सुरक्षा जवानों को निशाने पर लेने के उद्देश्य से टिफिन बम लगाकर बड़े वारदात को अंजाम देने की भी कोशिश की गई थी। कुल मिलाकर जंगल से निकलकर अब माओवादियों का नेटवर्क शहर की ओर बढ़ता दिख रहा है।
सर्चिंग क्षेत्र में लगा रहे हैं बम
खासकर केंद्र की रावघाट परियोजना को ध्वस्त करने माओवादी लगातार प्रयास कर रहे हैं। यह परियोजना दल्लीराजहरा से शुरू होती है। इसलिए राजहरा के आसपास लगे सभी माइंस क्षेत्र, ग्रामीण इलाके और शहर के आसपास माओवादी अपनी गतिविधियों से पुलिस और फोर्स में दहशत पैदा करने किसी बड़े वारदात के उद्देश्य से लगातार सर्चिंग क्षेत्र में बम लगा रहे हैं।
सर्चिंग टीम में लगे जवानों के इरादे को कमजोर करने के प्रयास में लगे माओवादियों द्वारा सप्ताह भर में राजहरा के समीप हितकसा पहाड़ी के पास माटकसा जाने वाली पगडंडी रास्ते में व डौंडी ब्लॉक के वनांचल ग्राम पेवारी से बम्हनी मार्ग के जंगल वाले रास्ते में विस्फोटक रखना इसका उदाहरण है। मामले में फोर्स का कहना है इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि भविष्य में भी माओवादी ऐसी अमानवीय हरकत करने का प्रयास निश्चित तौर पर करेंगे। मामले में लोगों का कहना है इसके लिए जवानों के साथ अब राज्य सरकार को भी चौकन्ने रहकर सतर्कता बरतनी होगी, जिससे ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।
दो सप्ताह में तीन स्थानों पर मिले टिफिन बम
हाल ही में 4 सितंबर को नक्सल ऑपरेशन के तहत में राजहरा थाना अंतर्गत आपरेशन टीम ई-30, गश्त पर रवाना हुई थी कि टीम प्रभारी द्वारा सर्चिंग करते समय हितकसा पहाड़ी के पास माटकसा जाने के पगडंडी रास्ते पर ताजा खुदी हुई मिट्टी पत्तों से ढंकी दिखने पर एक प्लास्टिक की बोरी में बंधा कंटेनर दिखा, तब डॉग स्कॉट व डिटेक्टर से जांच में विस्फोटक पदार्थ मिला। वहीं 10 सितंबर को एसएसबी को सूचना मिली कि डौंडी थाना अंतर्गत वनांचल ग्राम पेवारी से बम्हनी जाने वाले जंगल के कच्चे रास्ते पर नक्सल गतिविधियां हो रही है।
सूचना पर डॉग स्कॉट व बम निरोधक दल मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन में पेवारी तथा आसपास के जंगल की जांच कराई तो पेवारी से बम्हनी मार्ग पर 2 किलोग्राम का टिफिन बम बरामद किया गया। सीएसपी दल्लीराजहरा भारतेंदु द्विवेदी ने बताया कि डौंडी-मरकाटोला में एसएसबी फोर्स में 75 जवान हैं जो रेल लाइन की सर्चिंग में लगे हैं। वहीं मंगलतराई में ३६ आम्र्स फोर्स के ३० जवान उस बेल्ट की सर्चिंग करते हैं।
वहीं किसी गांव में कोई भी अनजान व्यक्ति दिखता है तो फोन के माध्यम से सूचना देने की अपील की जा रही है। वहीं नगर के लॉज व होटलों में नियमित जांच की जा रही है। कमरों की भी जांच करते हैं। वहां रूकने वाले का यहां आने का उद्देश्य जानने का प्रयास करते हैं। वहीं गांवों में सामुदायिक पुलिसिंग अभियान भी चलाया जा रहा है।
नक्सलियों की आमद बालोद जिले में समय-समय पर ग्रामीण क्षेत्रों में होते रहती है।
महामाया माइंस के आसपास विशेष नक्सल प्रभावित गांवों मेें बीच-बीच में नक्सलियों की बैठक होने की सूचना और अनेक गांवों मेंं वे बैनर एवं पोस्टर चस्पा कर लोगों को भयभीत करने का भी प्रयास किया जाता है। इससे नक्सल प्रभावित गांव नलकसा, कुमुड़कट्टा, तुएदंड, नारंगसुर, कोटागांव, बम्हनी, पेवारी, आमाडुला, मंगलतराई, मथेना, राजहरा के समीप गांव हितकसा, जाबुड़वाही आदि मेें धमकी भरे बैनर व पोस्टर मिलना आम बात है।
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