राजनांदगांव मार्ग पर पाररास के पास बने रेलवे फाटक की ट्रैफिक में रविवार को आम लोगों के साथ कलक्टर राजेश सिंह राणा भी फंस गए।
बालोद.राजनांदगांव मार्ग पर पाररास के पास बने रेलवे फाटक की ट्रैफिक में रविवार को आम लोगों के साथ कलक्टर राजेश सिंह राणा भी फंस गए। लगभग 5-10 मिनट तक बंद रहे रेलवे फाटक में कलक्टर की गाड़ी के साथ आम लोगों की भी लंबी लाइन लग गई थी। इस दौरान मालगाड़ी के गुजरने व रेलवे फाटक खोलने के बाद ही कलक्टर का वाहन भी ट्रैफिक से निकल पाया। इस तरह के जाम से राहगीरों व वाहन चालकों को निजाद दिलाने के लिए प्रशासन व रेलवे की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है। ऐसे में लोगों का कहना है अब तो परेशानियों पर ध्यान दिया जाए।
10-15 मिनट बंद रहता है फाटक
ज्ञात हो कि पाररास रेलवे फाटक पैसेंजर हो या मालगाड़ी के यहां से गुजरते समय लगभग 10 से 15 मिनट तक बंद रहता है जिससे इस मार्ग पर प्रतिदिन जाम की स्थिति बनती है। इस मार्ग पर ओवरब्रिज बनाने की मांग दशकों से लोग कर रहे हैं, पर अभी तक यह मांग पूरी नहीं हो पाई है इसलिए राहगीर परेशान रहते हैं। जानकारी के अनुसार जिला बालोद जिला मुख्यालय बनने के बाद ट्रैफिक के लिहाज से जिला मुख्यालय के हिसाब से कोई सुविधा ही नहीं है।
जिला मुख्यालय में जाम ही जाम से परेशान लोग
नगरवाशी ज्ञानचंद, लोकेश्वर, मनहरण ने बताया पाररास रेलवे फाटक के पास ओवरब्रिज जरूर बनाया जाए। ओवरब्रिज की मांग करते कई साल हो गए, पर अभी तक कोई पहल नहीं की जा सकी है। ब्रिज बनने से इस तरह की परेशानी नहीं होगी। कई बार यहां संजीवनी 108 भी फंसी है। बता दें कि जिला मुख्यालय में वाहन चालक अब तक जाम से नहीं उबर पाए हैं। चाहे सदर मार्ग हो, चाहे बुधवारी बाजार का। लगातर ट्रैफिक दबाव को कम करने इस ओर शासन-प्रशासन को पहल करनी चाहिए।
अब तो बनाओ ओवरब्रिज, कब तक झेलें परेशानी
पहले तो आम लोग व वाहन चालक ही इस जाम में फंसते देखे गए हैं, पर रविवार को कलक्टर राजेश सिंह राणा भी इस ट्रैफिक में फंसे रहे। ज्ञात हो कि रविवार को ग्राम जुंगेरा में आयोजित दिव्यांग बच्चों के प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम तारे जमी पर से लौट रहे थे तभी लगभग 3.55 बजे पाररास रेलवे फाटक को बंद कर दिया था। मालगाड़ी आने के कारण फाटक बंद कर देने से देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी। इसी लाइन में शासकीय वाहन सीजी 04 एल के 8886 जिसमें कलक्टर राजेश सिंह राणा सवार थे वे भी फंसे रहे।
हो चुकी है कई बार दुर्घटनाएं, पर भी ध्यान नहीं
इस रेलवे फाटक के बंद होने के कारण कई बार वाहन चालक शार्ट कट के चक्कर में पाररास गली की ओर से वाहन को रेलवे पटरी से पार कराते हैं, तो कई जल्दबाजी में बंद रेलवे फाटक के बावजूद अपनी साइकिल, मोटरसाइकिल पार कराते हैं जिससे कई बार दुर्घटना भी घट चुकी है। 3 साल पहले ही इसी जगह सब्जी से भरी पिकअप ट्रेन की चपेट में आई थी जिससे 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके अलावा और भी छोटी-मोटी घटना इस जगह पर होती रहती है।