आंदोलन के तीन दिन बाद मिला पीने का पानी
धान संग्रहणकेंद्र धोबनपुरी में बीते तीन दिनों से पानी की व्यवस्था नहीं
होने के कारण संग्रहण केंद्रों के हमालों ने काम करना बंद कर दिया था।
Three days after the movement had drinking water
बालोद. धान संग्रहणकेंद्र धोबनपुरी में बीते तीन दिनों से पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण संग्रहण केंद्रों के हमालों ने काम करना बंद कर दिया था। बोर की मरम्मत होने के बाद हमालों का विरोध शांत हुआ। प्रबंधक ने कहा कि संग्रहण केंद्र में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं है।
तीन दिनों से बंद है बोर
हमाल संघ के अध्यक्ष घनाराम ने बताया कि पिछले तीन दिनों से धोबनपुरी केंद्र का बोर खराब है। इससे तेज गर्मी में संग्रहण केंद्र में पानी की समस्या खड़ी हो गई है। पिछले दो दिनों से संग्रहण केंद्र के प्रबंधक को बिगड़े बोर को बनाने की मांग कर रहे हैं। पर जि?मेदार अधिकारी तत्काल कार्यवाही के बजाय बोर को बनाने में तीन दिन निकाल दिया। घरों से बोतल मेें पानी लेकर आना पड़ रहा है।
शुक्रवार को हुई मरम्मत
हमालों द्वारा शुक्रवार को काम बंद करने के बाद प्रबंधक ने बिगड़े हुएबोर को बनवाया। इसके बाद हमालों ने दोपहर 12 बजे के बाद काम शुरू किया। संग्रहण केंद्र में 206 हमाल कार्यरत हैं, जो सुबह नौ बजे से ट्रकों में धान लोडिंग का काम शुरू कर देते हैं, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण 12 बजे तक काम बंद रखा था। तब तक वहां पर सैकड़ों ट्रक के पहिये थम गएथे। इससे परिवहनकर्ता परेशान हो चले थे। पानी की समस्या दूर करने के लिए केंद्र के अधिकारियों ने गुरुर से पानी मंगवाए थे।