जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, उनकी गिरफ्तारी नहीं होने से तरह-तरह की बातें होने लगी हैं। बैंक में खाते की जांच कराने आ रहे किसानों ने कहा कि हम बहुत परेशान है। हमारी पूंजी की हेराफेरी करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं। अब तक गिरफ्तारी न होना समझ से परे है। कई किसानों का यह भी कहना है कि कहीं इस पर दबाव तो नहीं है।
जांच अधिकारी व जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के अध्यक्ष जवाहर वर्मा ने पत्रिका से कहा कि निपानी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में किसानों के खाते में जमा राशि की हेराफेरी की बैंक के अधिकारी ने बारीकी से जांच की है। जांच में पूर्व कैशियर अजय भेडिय़ा, क्लर्क दौलत ठाकुर व ब्रांच मैनेजर तामेश्वर नागवंशी को दोषी पाया गया है। पहले दिन 5 किसानों के खाते से 18 लाख 30 हजार की गड़बड़ी पुष्टि हुई थी। सबूत के साथ मामले पर कोतवाली थाना में तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस धारा 420 सहित अन्य धारा लगाई है। आगे की कार्रवाई करने की बात कही थी।
बालोद थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया किनिपानी मामले में कार्रवाई चल रही है। मामले को सुलझाने में हमारी टीम लगी है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।