यह मामला जिला मुख्यालय के कुंदरूपारा अटल आवास का है जहां 55 साल की इंद्रवती निषाद की तबीयत खराब होने पर महिला कमांडो ने इसकी सूचना उसी मुहल्ले में रहने वाले उनके बेटे को दी। सूचना के बाद भी बेटा ना तो देखने पहुंचा और न ही हालचाल पूछा। बेटे के साथ बहू के इस रवैए से नाराज महिला कमांडो ने इस वृद्ध महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। महिला कमांडो भोजेश्वरी, रानी कौशिक ने बताया कि शुक्रवार रात 11 बजे इंद्रवती की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसकी सूचना मोहल्ले में रहने वाले उनके बेटे को दी पर बेटे ने उनका इलाज कराने से साफ मना कर दिया।
इंद्रावती निषाद 55 वर्ष बीते 6 साल से अटल आवस में ही रह रही है। पहले वह अपने बेटे के साथ रहती थी। कुछ वर्षो से बेटे बहू में विवाद के कारण बीते डेढ़ साल से अकेली रहने लगी है। बीमार पडऩे पर बेटे बहू से उपचार कराने की उम्मीद लेकर पहुंची थी लेकिन बेटे ने हाथ खड़ा कर दिया। महिला कमांडो टीम की महिलाएं ही बीमार इंद्रावती की देखभाल और भोजन की वय्वस्था कर रही हैं। महिलाओं ने अस्पताल से स्वत्थय होने के बाद रविवार दोपहर छुट्टी कराकर अटल आवास पहुंचा। वह सड़क पर सब्जी का पसरा लगाकर अपना गुजर बसर करती है।
महिला कमांडो टीम की वृद्ध महिला की तबीयत बिगडऩे पर बालोद थाना प्रभारी व टीम की प्रमुख शमशाद बेगम को इसकी जानकारी दी। बीमार महिला की सभी समस्याओं से अवगत कराया। थाना प्रभारी व शमशाद बेगम की पहल पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस सराहनीय काम में महिला कमांडो की रेखा ध्रुवे, भोजेश्वरी साहू, रानी कौशिक, खिऱबाहरिन, बिंदा यादव सहित अन्य सदस्यों का योगदान रहा।