नगर पंचायत अध्यक्ष पद के संभावित दो दावेदार को पराजय का सामना करना पड़ा है। इनमें वार्ड 13 से दीपिका जैन और वार्ड 6 से प्रमोद जैन शामिल है। वहीं कांग्रेस को भी विपक्ष की राजनीति तक ही जनता ने सीमित कर दिया है। नगर की सरकार भाजपा की होगी।
नगर पंचायत चुनाव में विधायक की अनदेखी पार्टी को भारी पड़ गया। एकसाल पहले हुएविधान सभा चुनाव में कांग्रेस की जीत दिलाई थी। एक साल में ही विधायक द्वारा नदी के इस पार की उपेक्षा से जनता में नाराजगी है। विधायक का ध्यान नगर पर नहीं है। यही कारण है कि कांग्रेस 6 सीट पर ही सिमट गई। यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो पंचायत चुनाव में विपरीत असर से इनकार नहीं किया जा सकता है। कुछ कार्यकर्ताओं का तो यह मानना है कि ब्लॉक संगठन की मजबूत के लिए बेहतर प्रयास की जरुरत है।
कांग्रेस नेता नुरूल्ला खान ने कहा कि अभी हमने हार नहीं मानी है। नगर पंचायत का संचालन सही ढंग नहीं हो पा रहा है। कर्मचारियों का रवैया भी जनता के प्रति नकारात्मक रहा है। कांग्रेस किसान नेता रामस्वरूप साहू ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष बनने से विकास में तेजी की संभावना थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष केके राजू चंद्राकर ने कहा कि धमतरी चौक पर ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था चरमरा गई है। कई कालोनी में सफाई, निकासी नाली, पेयजल की समस्या पर पांच साल में ध्यान नहीं दिया गया।
धूलमुक्त सड़क, नालियों की नियमित साफ -सफाई, स्वच्छ पेयजल, बाजार का व्यस्थापन, भूमाफिया द्वारा अवैध प्लाटिंग पर रोक, नगर की ट्रैफिक व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन आदि है। भाजपा पर जनता ने जताया भरोसा
भाजपा मंडल अध्यक्ष दुष्यंत कुमार सोनवानी के कहा कि कांग्रेस के एक साल के कार्यकाल से जनता का मोहभंग हो गया है। शराबबंदी और धान खरीदी में वादा खिलाफी का जवाब नगर पंचायत चुनाव में दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का नया अध्यक्ष जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगा। भाजपा नेता राजू अग्रवाल ने कहा कि नगर पंचायत के शेष विकास काम और समस्याओं की सूची बना ली गई है। अध्यक्ष बनते ही सभी विषयों पर निराकरण किया जाएगा।