भविष्य को देखते हुए बनाई योजना
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के निर्वाचन क्षेत्र रहे राजनांदगांव को 2050 की भविष्य को देखते हुए यहां के रहवासियों को पानी की समस्या न हो इसलिए अमृत योजना के तहत खरखरा से राजनांदगांव तक पाइप लाइन बिछाई गई है। @ patrika . सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजनांदगांव निगम आयुक्त को खरखरा जलाशय से हर साल 23 मिलियन घन लीटर पानी चाहिए। पर इतने पानी के लिए खरखरा जलाशय की ऊंचाई बढ़ाना पड़ेगा जो आसान नहीं है।
ऊंचाई बढऩे से कहां-कहां प्रभावित होगा इसका सर्वे नहीं
पाइप लाइन बिछाने का जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड के कई गांवों के किसानों ने विरोध किया था। विरोध के बावजूद पाइप लाइन बिछाई गई। जलाशय की ऊंचाई 2 फीट बढ़ाने पर कितने गांव प्रभावित होंगे इसकी सर्वे पर अभी कोई सुध नहीं लिया है। क्योंकि यह तय है कि अगर जलाशय की ऊंचाई बढ़ाई गई तो इस जलाशय के आसपास के गांव व जंगल भी प्रभावित होंगे। @ patrika . जानकारी के मुताबिक पाइप लाइन खरखरा से क्षेत्र में 17 किमी व राजनांदगांव क्षेत्र में 16 किमी बिछाई गई है। जिले के खरखरा, संजारी, आतरगांव, खेरथा, सिंघोला होते हुए हरदी तक बिछाई गई है।
जनसंख्या तेजी से बढ़ रही इसलिए पानी का इंतजाम जरूरी
राजनांदगांव के पूर्व निगम आयुक्त अश्वनी देवांगन ने कहा था राजनांदगांव की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। भविष्य में पानी की समस्या हो सकती है। सन् 2050 में नगर की भविष्य की स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। @ patrika . उन्होंने बताया कि इसके लिए बालोद जिला सिंचाई विभाग भी इस योजना के तैयारी की बैठक में उपस्थिति पर ही यह योजना स्वीकृत किया गया है। उन्होंने कहा राजनांदगांव की जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 1 लाख 63 हजार है। वर्तमान में जनसंख्या 1 लाख 80 हजार है। भविष्य में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
जब तक दो फीट न बढ़ जाए पानी देना संभव ही नहीं
जल संसाधन विभाग बालोद के इइ एसके टीकम ने कहा खरखरा जलाशय की ऊंचाई जब तक दो फीट न बढ़ जाए पानी देना संभव ही नहीं है। इसके लिए लंबी प्रक्रिया है।
राजनांदगांव नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने कहा हमने पाइप लाइन बिछा दी है। बालोद क्षेत्र में थोड़ा काम बचा हुआ है। पाइप के माध्यम से पानी देने के लिए डेम की ऊंचाई बढ़ाने की योजना से अमृत योजना प्रभावित नहीं होगी। अगर डेम की ऊंचाई नहीं भी बढ़ेगी तो भी पानी आ सकता है। हमारी तैयारी पूरी है।
139.20 घनमीटर जलभराव
79.12 घनमीटर सिंचाई
28.32 घन मीटर बीएसपी
10.19 घनमीटर नगर निगम दुर्ग
22.65 घनमीटर नगर निगम भिलाई
5.47 घनमीटर औद्योगिक क्षेत्र बोरई
3.45 घनमीटर निस्तारी