90 दिन पत्रिका ने चलाया था सफाई अभियान
साल 2019-20 में पत्रिका ने अमृतम जलम अभियान के तहत जनसहयोग से तांदुला नदी की सफाई के लिए अभियान चलाया था। यह अभियान लगातार 90 दिनों तक चला था। नगरवासी, ग्रामीण, समाजसेवी, महिला कमांडो, नगर पालिका, पर्यावरण प्रेमी, रेडक्रॉस व स्काउट-गाइड व कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी योगदान दिया था। रामघाट की सफाई कराई थी। अब जिला प्रशासन भी नदी की सफाई का बीड़ा उठाया है। आप भी जिला प्रशासन के साथ मिलकर तांदुला नदी की सफाई में योगदान दे सकते हैं।
बहुत ज्यादा जलकुंभी
कलेक्टर ने कहा कि दो माह से तांदुला नदी की सफाई की योजना बना रहे थे। नदी में बड़ी मात्रा में जलकुंभी चिंता का कारण है। ऐसे में प्रथम चरण जेसीबी से सफाई का निर्णय लिया। जलकुंभी को नष्ट करने एवं नदी से हटाने पर्यावरण विभाग से सलाह ली गई है। सभी का सहयोग लिया जाएगा।
सीवरेज पानी के ट्रीटमेंट की योजना
नगर से निकलने वाला पानी नदी को प्रदूषित करने का एक कारण है। हम सीवरेज के पानी को ट्रीटमेंट करने की योजना बना रहे हैं। इस पर प्रयास चल रहा है। नदी का पानी साफ रहेगा तो खरपतवार व जलकुंभी नहीं होगी।
पहले नदी की सफाई, फिर पौधारोपण
कलेक्टर ने कहा कि हमारा पहला उद्देश्य है कि हर हाल में नदी से खरपतवार निकालें और उसे साफ रखें। फिर नदी के किनारे पौधारोपण किया जाएगा।