वर्ष 2017-18 में जिला पुलिस बल राजनांदगांव की भर्ती निकली, जिसके लिए वे तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान मई मेें कविता साहू ने उसकी पत्नी से कहा कि मंत्रालय में उनकी जान पहचान है। वह सतीश साहू को पुलिस में आसानी से नौकरी में लगवा सकती है। उसने पति-पत्नी को पंडरदल्ली स्थित अपने निवास में बुलाया। जहां यशवंत साहू नामक व्यक्ति पहले से ही उसके घर मेें बैठा था।
पत्नी के गहने बेचकर 50 हजार रुपए जुटाए। पास रखे 20 हजार रुपए को मिलाकर कुल 2 लाख 70 हजार रुपए नगद एकत्र किया। तीन-चार दिन के बाद वह अपनी पत्नी, भाई व साले के साथ कविता साहू के घर पहुंचे। यशवंत साहू भी आया हुआ था। कविता और यशवंत ने कहा कि फिजिकल की तैयारी करो नौकरी हम लगवाएंगे। तब उन्हें 2 लाख 70 हजार रुपए दे दिया। इसकी कोई लिखा-पढ़ी नहीं हुई। लेकिन नौकरी नहीं लगवाई। रकम मांगने पर कहा जाता है कि वहां भी पैसा फंसा है। सामने से पैसा आएगा, तब वापस कर देंगे।