मुरूम डालने के तीन-चार दिन बाद तक बिछाने के लिए मजदूर नहीं मिले। मजबूरी में स्कूल प्रबंधन को रास्ते में डले मुरुम को लंच टाइम में बच्चों की मदद से समतल कर रास्ते को चलने लायक बनाया गया।
ये तस्वीरें आपको हैरान कर देगी, गुरु जी ने न आव देखा न ताव, स्कूल के मासूम बच्चों को बना दिया मजदूर
बालोद /डौंडीलोहारा. बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम कोचेरा के प्राथमिक शाला जाने के रास्ते में बारिश से कीचड़ हो गया था। कीचड़ के कारण स्कूल स्टॉफ और विद्यार्थियों को परेशानी हो रही थी। स्कूल प्रबंधन की शिकायत पर ग्राम पंचायत ने कीचड़ से निजात दिलाने वहां पर मुरूम डलवा दी। मुरूम डालने के तीन-चार दिन बाद तक बिछाने के लिए मजदूर नहीं मिले। मजबूरी में स्कूल प्रबंधन को रास्ते में डले मुरुम को लंच टाइम में बच्चों की मदद से समतल कर रास्ते को चलने लायक बनाया गया।
बच्चों से करवा दिया मुरूम समतल मामले में जानकारी देते हुए सरपंच डोंगरमल वासनिक ने बताया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा कीचड़ की शिकायत पर मुरुम गिराई गई थी। मजदूर नहीं मिलने के चलते प्रधानपाठक हल्लूराम सहारे को दो तीन दिन रुकने कहा था। उन्होंने बच्चों से ही मुरुम समतल करवा दिया। बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड के अंतर्गत आए दिन स्कूलों में ग्रामीणों द्वारा शिक्षकों की मांग को लेकर तालाबंदी, बिना सुविधा निजी स्कूलों द्वारा बच्चों से मनमानी फीस वसूलने जैसे कई मामले सामने आते रहे है। स्थानीय कार्यालय में विकासखंड शिक्षा अधिकारी के अलावा दो सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी भी पदस्थ है। इसके बाद इस तरह की घटनाएं सामने आने से उनकी कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है।
school student ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/08/08/15ilo_4947163-m.jpg”>बच्चों से मुरूम डलवाने की जानकारी हुई तो मामले ने तूल पकड़ लिया। किसी ने प्रधानपाठक पर बच्चों से काम कराने का आरोप लगा दिया तो किसी ने सरपंच को ही लपेटे में ले लिया। प्रधानपाठक प्राथमिक शाला कोचेरा हल्लूलाल सहारे ने बताया कि स्कूल परिसर में बारिश से कीचड़ हो गया था। जिससे स्कूल आने-जाने में परेशानी हो रही थी। तीन दिनों तक मुरूम को पार स्कूल जा रहे थे।
जांच होगी बारिश होने पर मुरुम के बह या जम जाने की संभावित समस्या को देखेत हुए बच्चों के मुरूम समतल कराया गया। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं हुई है। रिसेस के वक्त बच्चों से श्रमदान कराया कर समस्या से निजात दिलाने का प्रयास किया गया। विकासखंड शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा आरएस देशलहरा ने बताया कि मामले की जानकारी लेकर इस संबंध में जवाब तलब के बाद कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों से मागदर्शन लिया जाएगा।