11 सितंबर की रात को उनकी कोरोना से मौत हो गई। महेश के शव को पूरी एहतिहयात के साथ गृह ग्राम लिमोरा में शनिवार को प्रशासन की मौजूदगी में लाया गया एवं अंतिम संस्कार किया गया। जिला प्रशासन की अनुमति से उनके पार्थिव शरीर को ग्राम लिमोरा लाया गया था।
गांव के लोग अंतिम संस्कार में शामिल होना तो चाहते थे, लेकिन कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत नहीं दी। गुंडरदेही विधायक व संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद जवान के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे थे। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जवान के पार्थिव शरीर को दूर से ही अंतिम विदाई दी।