जिला कार्य योजना समिति के लिए एक नगरीय निकाय व 7 जिला पंचायत सदस्यों को जगह दी जाती है, जिसके तहत नगरीय निकाय से कांग्रेस ने दल्लीराजहरा के पार्षद रोशन पटेल व भाजपा ने बालोद नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष कमलेश सोनी को उम्मीदवार बनाया था। जिले के नगरीय निकायों के 125 पार्षदों ने मतदान किया, जिसमें कांग्रेस के रोशन पटेल को 70 वोट व भाजपा के कमलेश सोनी को 55 वोट मिले व एक वोट निरस्त हुआ। चुनाव में रोशन ने कमलेश सोनी को 15 वोट से हराया।
जिला कार्ययोजना समिति में 7 जिला पंचायत सदस्य को भी सदस्य बनाना था। इसमें भी जिला पंचायत के 7 कांग्रेस सदस्य व 7 भाजपा समर्थित सदस्यों ने नामांकन भरा। सभी 7 सीट कांग्रेस की झोली में गई। यहां भी भाजपाइयों को हार का सामना करना पड़ा।
मतदान के बाद मतों की गिनती हुई। सभी कांग्रेस सदस्यों की जीत हुई। इसके बाद कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने जश्न मनाया। इस दौरान बालोद नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा, दल्लीराजहरा नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर, नगर पालिका उपाध्यक्ष अनिल यादव, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बंटी शर्मा, दाऊद खान, प्रशांत बोकडे आदि मौजूद रहे।
जिला पंचायत सदस्य करिश्मा सलामे, जो जिला पंचायत चुनाव में रिकॉर्ड 11 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की थी। जिला कार्य योजना समिति चुनाव में भी जिला पंचायत के 9 कांग्रेस व 5 भाजपा यानी सभी 14 सदस्यों ने वोट दिए। यही स्थिति मंत्री अनिला भेडिय़ा की बहू बसंती बाला भेडिय़ा की रही। यहां भी सभी 14 सदस्यों ने वोट दिए। इसके अलावा कांग्रेस के अन्य 5 सदस्यों ने भी समिति के सदस्य बनने में सफल हुए।
हारे हुए अभ्यार्थी कमलेश सोनी ने कहा कि यहां सत्ता में हैं तो कांग्रेस कुछ भी कर रही है। यह चुनाव प्रक्रिया नियम विरुद्ध है। दोपहर 12.30 बजे तक फॉर्म जमा करने का समय है, लेकिन यहां दोपहर एक बजे फॉर्म जमा किया। निर्वाचन अधिकारी ने फॉर्म मान्य भी कर दिया, जो पूरी तरह गलत है। हम सभी भाजपा कार्यकर्ता इसका विरोध करते है। कांग्रेस सत्ता दबाव में चुनाव जीती है।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने कहा कि भाजपा लगातार मिल रही हार से सदमे है। भाजपाई मिली हार को पचा नहीं पा रहे हैं। इसलिए कुछ भी आरोप लगा रहे हंै। जिला कार्ययोजना समिति का चुनाव नियम के तहत हुआ है। कहीं कोई लापरवाही नहीं हुई है। भाजपा जबरदस्ती आरोप लगा रही है।